आरसीपी सिंह ने UAE में भारतीय व्यापारियों को आर्थिक साझेदारी की नयी संभावनाओं पर काम करने का किया आह्वान

पटना। केंद्रीय इस्पात मंत्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह, जो दुबई में वर्ल्ड एक्सपो 2020 में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय व्यापारियों को भारत और अन्य देशों के साथ आर्थिक साझेदारी की नयी संभावनाओं पर काम करने का आह्वान किया। श्री सिंह 9 मार्च की शाम दुबई पहुंचे थे।
भारत को निवेश की जरूरत
केंद्रीय मंत्री ने गुरूवार को पूर्वाह्न में पीपुल आॅफ इंडियन ओरिजिन चैंबर आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीआईओसीसीआई) और इंडियन बिजनेस एंड प्रोफेशनल काउंसिल (आईबीपीसी) के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। श्री सिंह एक्सपो 2020 के भारतीय पवेलियन में 11-16 मार्च तक इस्पात सप्ताह का उद्घाटन करेंगे। इस्पात मंत्रालय के तत्वावधान में शीर्ष इस्पात उत्पादक इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। पीआईओसीसीआई के अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए श्री सिंह ने कहा कि हर कोई मूल और जड़ों की तलाश करता है। उन्होंने कहा, पिछले 25 वर्षों से आपने उल्लेखनीय सेवा प्रदान की है और भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सेतु का काम किया है। भारत 135 करोड़ की आबादी वाला एक बड़ा बाजार है और देश को निवेश की जरूरत है। आवास, स्मार्ट सिटी और नागरिक उड्डयन जैसे क्षेत्रों में इसके अवसर हैं।
कमी है निवेश और फंड की
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत खनिज, पानी और मानव संसाधन जैसे सभी प्रकार के संसाधनों से संपन्न है। जो कमी है वह है निवेश और फंड की। भारत सड़कों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों जैसे बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास कर रहा है। सभी गांवों को सड़कों से जोड़ा जा रहा है। हर घर को पाइप से पानी और रसोई गैस उपलब्ध कराई जा रही है। भारत में 2030 तक 300 मिलियन टन और 2047 तक 500 मिलियन टन की इस्पात उत्पादन क्षमता होगी। इस क्षमता विस्तार का पूरा उपयोग करने के लिए फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज पर काम करने की आवश्यकता है। दुबई पूंजी के मामले में संसाधन संपन्न है और दोनों देश संसाधनों के मामले में एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं।

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