बिहार से बाहर 13वीं गिरफ्तारी : पंजाब से शराब सिंडिकेट का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार

  • हरियाणा से हर महीने 50 ट्रक शराब भेजता था बिहार, अब सरगना की तलाश

पटना। बिहार में अवैध रूप से विदेशी शराब की खेप को भेजने वाले एक बड़े सिंडिकेट का एक्टिव मेंबर निशान सिंह गिरफ्तार हुआ है। इसकी गिरफ्तारी पंजाब से हुई है। इससे पूछताछ में जो खुलासा हुआ है, वो चौंकाने वाला है। जिस सिंडिकेट के लिए यह काम करता है, उसके जरिए हरियाणा से हर महीने में बिहार में 50 ट्रक से अधिक शराब की खेप को बिहार भेजा जाता था। पिछले 2 साल से निशान सिंह का सिंडिकेट अवैध रूप से इस काम को लगातार अंजाम देता आ रहा था। सिंडिकेट के इस एक्टिव मेंबर का नाम तब सामने आया, जब छपरा के बनियापुर थाना इलाके से एक ट्रक शराब की खेप पकड़ी गई थी।
एसआईजी ने की पूरी पड़ताल
मद्य निषेद्य प्रभाग की स्पेशल इंवेस्टिगेशन ग्रुप (एसआईजी) ने लंबी पड़ताल कर पूरा खाका तैयार किया। इसके बाद एक टीम बिहार से पंजाब गई। 5 मार्च को पंजाब के पटियाला जिला में राजपुरा थाना के तहत बसंत बिहार के नालसा रोड गली नंबर 3 में छापेमारी की। वहां से निशान सिंह को अपने कब्जे में लिया। फिर ट्रांजिट रिमांड पर सड़क के रास्ते बिहार लाया गया।
 पूछताछ में कई आरोपियों का खुलासा
मद्य निषेद्य प्रभाग के अनुसार पूछताछ में इसने अपने सिंडिकेट में शामिल लोगों के नाम का खुलासा किया है। मूल रूप से इस सिंडिकेट में 4 लोग शामिल हैं। पहला नाम नरेश छाबड़ा का है। जो हरियाणा के गुड़गांव का रहने वाला है और एल1 कैटेगरी का शराब का लाइसेंसी ठेकेदार है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से यह अपने सिंडिकेट को चलाता है। निशान सिंह, रामधन और लाखन इस सिंडिकेट के सक्रिय सदस्य हैं। नरेश छाबड़ा का कनेक्शन चंडिगढ़ के रहने वाले हरविंद सिंगला से है। इससे ही नरेश हर महीने बड़े पैमाने पर शराब की खेप खरीदता है और फिर उसकी सप्लाई बिहार में करता है।
कई राज्यों में एफआईआर दर्ज
नरेश छाबड़ा के खिलाफ भी पटना, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जिले के थानों में पहले से केस दर्ज है। इसकी तलाश चल रही है। 2022 में बिहार से बाहर निशान सिंह के रूप में यह 13वीं गिरफ्तारी है। इसके खिलाफ राजस्थान, गुजरात और पंजाब में भी पहले से एफआईआर दर्ज हैं। अब सिंडिकेट और उसके सिस्टम से जुड़े हर एक शख्स के बारे में पड़ताल की जा रही है।

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