नीतीश को नहीं बल्कि अमित शाह को यह सपना आता है, लोकसभा हारने के बाद वे रोड पर होंगे : ललन सिंह

  • अमित शाह के हमले पर महागठबंधन की रैली में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया पलटवार

पूर्णिया/ पटना। बिहार के पूर्णिया में महागठबंधन की रैली हुई। शहर के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की महारैली आयोजित की गई। जिसमें आरजेडी-जेडीयू समेत गठबंधन में शामिल सभी 7 दलों के नेता शामिल हुए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और वाम दलों के नेता मंच पर मौजूद रहे। महागठबंधन के नेताओं का सीधा निशाना केंद्र की बीजेपी सरकार पर है। वही पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अमित शाह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पीएम बनने का सपना नहीं आता, बल्कि अमित शाह को सपना आता होगा। पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बिहार में हैं। उन्होंने बाल्मिकीनगर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम नीतीश को हर तीन महीने में पीएम बनने का सपना नजर आता हैं। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पीएम बनने का सपना नहीं आता हैं, बल्कि वे केंद्रीय गृहमंत्री है, उन्हें सपना आता होगा कि 2024 के चुनाव के बाद वे सड़क पर होंगे। ललन सिंह ने बीजेपी नेता अमित शाह ने लालू प्रसाद को जंगलराज का प्रतीक बताया। लेकिन उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि लालू प्रसाद जंगल राज नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय के प्रतीक है। उन्हांने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल है, लोकतंत्र खतरे में है। सभी को एकजुट होने की जरूरत है।
लालू के यहां छापा पड़े 15 दिन खबर चलेगी लेकिन 81 हजार करोड़ का फ्रॉड होने पर देश की मीडिया मौन है : ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह वाल्मीकि नगर की रैली में कहा है कि नीतीश कुमार को हर तीन महीने में पीएम बनने का सपना आता है। मैं उनको कहना चाहता हूं कि जब से बिहार में महागठबंधन बना है तब से उन्हें 2024 में सत्ता से बेदखल होने का सपना आ रहा है। अमित शाह कहते हैं कि नीतीश कुमार जी ने जॉर्ज फर्नांडिस का अपमान किया है। उन्हें क्या मालूम है कि हमने उनका कितना सम्मान किया। इन लोगों ने मीडिया, सीबीआई, चुनाव आयोज सबको अपने कब्जे में कर लिया है। आज अगर लालू जी के यहां छापा हो तो 15 दिन खबर चलती है। लेकिन 81 हजार करोड़ का कार्पोरेट फ्रॉड हुआ तो देश की मीडिया ने एक शब्द नहीं कहा। वही महागठबंधन के नेता महारैली में एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं के जुटान का दावा भी कर रहे हैं। आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सियासी ताकत दिखाने के साथ केंद्र सरकार को क्षेत्रीय दलों की औकात बताने में महागठबंधन कोई कसर नहीं छोड़ने वाला है।

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