अंततः मान गए मंत्री मुकेश सहनी,कल करेंगे नामांकन,गृहमंत्री अमित शाह का आया था फोन

पटना।बिहार विधान परिषद के दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा गठबंधन की ओर से प्रत्याशी बनने के लिए अंततः पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी राजी हो गए।वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी पहले मात्र डेढ़ वर्षो के लिए विधान परिषद जाने को कतई तैयार नहीं थे। दरअसल विधान परिषद के दोनों सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।दोनों सीट भाजपा के सुशील मोदी तथा विनोद नारायण झा के वजह से रिक्त हुए हैं। सुशील मोदी राज्यसभा जा चुके हैं। वहीं विनोद नारायण झा को विधानसभा का चुनाव में सफलता मिली है।दोनों सीटों का कार्यकाल ज्यादा नहीं बचा हुआ है।इसलिए मुकेश सहनी विधान परिषद के पूर्ण कार्यकाल वाली सीट पर राज्यपाल के मनोनयन कोटा से जाने के पक्ष में थे। मगर भाजपा की ओर से गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा फोन करने पर अंततः मुकेश सहनी कल नामांकन करने के लिए राजी हो गए।अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से मुकेश सहनी ने इस बात की पुष्टि भी की है। उल्लेखनीय है कि विधान परिषद के दो रिक्त सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। जिसके लिए भाजपा ने एक तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन को उम्मीदवार बनाया है।वहीं दूसरी तरफ एक सीट उसने अपने गठबंधन के सहयोगी दल विकासशील इंसान पार्टी के लिए छोड़ा है।विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी हैं, जो फिलहाल किसी सदन के सदस्य ना होते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कैबिनेट में पशुपालन मंत्री हैं। बिहार एनडीए ने उन्हें विधान परिषद में भेजने का आश्वासन दिया था।जिसके तहत उन्हें भाजपा अपने सदस्य के रिक्त हुए सीट से भेज रही है। मगर मुकेश सहनी पूर्णकालिक सीट पर जाना चाहते थे।ताकि 6 वर्षों तक विधान परिषद के सदस्यता बरकरार रहे।हाई लेवल ड्रामेबाजी के बाद अंततः मुकेश सहनी को भाजपा की बात माननी पड़ी। कहने वाले यहां तक कहते हैं कि मुकेश सहनी के पास कोई और विकल्प नहीं था।वे भली-भांति जानते हैं उनके पार्टी के चारों विधायक भाजपा से आयातित हैं। ऐसे में अगर भाजपा के साथ पंगा लेते हैं।तो उन्हें फिर से राजनीतिक रसातल की ओर जाना पड़ सकता है। बहरहाल पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी कल विधान परिषद के लिए नामांकन करने वाले हैं।

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