BIHAR : वैक्सीन नही लेने वाले हो जाइये सावधान, ऑक्सीजन की कमी वाले मरीजों में 96 फीसदी लोगों ने नही ली वैक्सीन

बिहार। देश के साथ ही बिहार में भी कोरोना के केसेज तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई मामले देश में सामने आ चुके हैं। हालांकि बिहार में अभी ओमिक्रॉन का कोई भी मरीज नहीं है। बीते साल डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन को कम खतरनाक बताया जा रहा है। लेकिन अगर किसी ने कोरोना टीका नहीं लिया है तो उसके लिए ओमिक्रॉन भी खतरनाक साबित हो सकता है। मुंबई के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। मुंबई में कोरोना से संक्रमित होने के बाद लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे जाने की जरूरत पड़ रही है, उनमें से अधिकांश लोगों ने वैक्सीन नहीं लिया है। बीएमसी कमिश्नर ने इसकी जानकारी दी है। छह जनवरी तक के आंकड़ों को देखते हुए बीएमसी कमिश्नर इकबाल चहल ने कहा कि ऑक्सीजन बेड पर भर्ती 1900 कोरोना मरीजों में से 96 प्रतिशत ऐसे हैं, जिन्होंने टीका नहीं लिया जबकि सिर्फ 4 फीसदी लोगों ने ही टीका लिया है।

मुंबई के सभी प्राइवेट अस्पतालों के कोऑर्डिनेटर और बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टर गौतम भंसाली ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने के मामले में टीका ले चुके और न लेने वाले दोनों ही तरह के मरीज हैं लेकिन ऑक्सीजन बेड पर अधिकांश वही मरीज हैं जिन्होंने कोरोना टीका नहीं लिया है। ऐसे मरीजों की आयु 40 से 50 साल के बीच या उससे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि हर नागरिक के लिए कोरोना टीका लेना कितना जरूरी है। वही बिहार में भी कोरोना की रफ़्तार बेकाबू होती जा रही है। दिन प्रतिदिन कोरोना के केसेज तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार के सियासी गलियारे में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है। पिछले 24 घंटे में में एक बार फिर कोरोना के केसेज तेजी से बढ़े हैं। बिहार में पिछले 24 घंटे में 3048 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। जिसमें सबसे ज्यादा राजधानी पटना में 1314 नए संक्रमित मिले हैं। 6 जनवरी 2022 तक बिहार में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 8489 हो गई है।

 

 

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