महागठबंधन में फंसा सीटों का पेंच : राजद-कांग्रेस में ठनी, राजद का 65 सीटों का आफर, कांग्रेस राजी नहीं

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में आखिरकार सीटों को लेकर कांग्रेस का पेंच फंस ही गया। हालांकि कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय 243 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम लेकर दिल्ली लौट गए हैं, लेकिन सूत्र बताते हैं कि राजद ने बड़ा गेम खेलते हुए कांग्रेस को महज 65 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। जिस पर कांग्रेस राजी नहीं है। जबकि एक अन्य सूत्र ने बताया कि राजद ने कांग्रेस को 58 विधानसभा सीटों के साथ एक लोकसभा सीट का भी प्रस्ताव दिया है। अगर बात नहीं बनी तो कांग्रेस ने महागठबंधन से अलग होकर सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा पहले से कर दी है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी को करना है। वहीं डैमेज कंट्रोल के प्रयास जारी हैं।
बता दें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की दो दिवसीय बैठक पटना में हुई। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय तथा सदस्य काजी निजामुद्दीन और देवेंद्र यादव ने कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर उनसे उनके जिले की सभी विधानसभा सीटों के संभावित उम्मीदवारों के साथ ही अन्य बिंदुओं पर फीडबैक लिए। बैठक के बाद आवेदन लेकर पार्टी मुख्यालय पहुंचे टिकटार्थियों से भी स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों ने मुलाकात की। फिर स्क्रीनिंग कमेटी 243 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम लेकर दिल्ली लौट गई। अब प्रत्याशियों और सीटों का फैसला आलाकमान के स्तर पर होगा।
इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस सभी सीटों पर अपनी तैयारी में लग गई है, लेकिन महागठबंधन में बात बन जाए, यह कांग्रेस की प्राथमिकता है। सूत्र बताते हैं कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे के प्रस्तावित फॉर्मूला में राजद ने कांग्रेस को 65 सीटों का प्रस्ताव दिया है। जबकि राजद खुद करीब 155 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है। इसी 155 सीटों में से राजद अपने कोटे से मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा को सीटें देगा तो कांग्रेस को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को अपने कोटे में से सीटें देनी होंगी। बताया जा रहा है कि भाकपा माले को 14, सीपीआइ को तीन और सीपीएम को दो सीट देने का भी प्रस्ताव दिया गया है। हालांकि, कांग्रेस इस पर राजी नहीं है। कांग्रेस कम से कम 70 सीटें चाहती है।
राजद नेता का कुछ सीटें बढ़ाने का संकेत
एक अन्य सूत्र के अनुसार राजद ने कांग्रेस को 58 विधानसभा सीटों के साथ वाल्मीकिनगर की लोकसभा सीट का भी आॅफर किया है। जिसपर कांग्रेस की प्रतिक्रिया मिलनी शेष है। राजद नेता शक्ति सिंह यादव कहते हैं कि राजद अपने बड़े सहयोगी कांग्रेस को खोना नहीं चाहता, इसलिए कुछ और सीटें भी दे सकता है। हालांकि, कांग्रेस को भी गठबंधन की मजबूरियों को समझना चाहिए।
कांग्रेस के संपर्क में राजद
सूत्र के अनुसार, राजद सीटों के बंटवारे की गांठ सुलझाने के लिए कांग्रेस से लगातार संपर्क में है। सूत्र बताते हैं कि 243 सीटों पर लड़ने वाले अविनाश पांडेय के बयान से आलाकमान नाराज है। उन्हें मर्यादा में रहकर बोलने की हिदायत दी गई है।
अंतिम फैसला आलाकमान का
कांग्रेस प्रवक्ता हरखू झा ने कहा कि राजद-वामदलों से समझौते का फैसला पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के स्तर पर हुआ है। इन दोनों की सहमति से ही सीटों का फैसला भी होगा। कांग्रेस कितनी सीटों पर लड़ेगी इस मुद्दे पर निर्णय का अधिकार आलाकमान को लेना है। पार्टी का कोई भी नुमाइंदा इस मुद्दे पर बोलने को अधिकृत नहीं है।

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