NDA में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय : 104 पर JDU, 100 पर BJP लड़ेगी चुनाव, बाकि के हिस्से में इतनी सीटें

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर राजनीति गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही थी, लेकिन भाजपा ने डैमेज कंट्रोल कर लिया है। एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है। कुल 243 सीटों में से जदयू सबसे ज्यादा 104 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। जबकि भाजपा 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं चिराग पासवान की लोजपा 30 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
सूत्रों के अनुसार, सीट शेयरिंग का यह फॉर्मूला लगभग तय है। इसमें एक-दो सीटों में फेरबदल हो सकता है। हाल ही में एनडीए का हिस्सा बनी जीतनराम मांझी की हम 4 सीट पर चुनाव लड़ेगी। वहीं अब तक महागठबंधन का हिस्सा रहे उपेंद्र कुशवाहा भी एनडीए में वापसी के बाद उनकी पार्टी विधानसभा की 5 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
कुशवाहा-नीतीश की मुलाकात के बाद तय हुआ वापसी
जदयू के एनडीए से अलग होने के बाद रालोसपा एनडीए का हिस्सा बनी थी। इस बार रालोसपा को एनडीए में लाने वाले सीएम नीतीश बने हैं। बीती रात रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार की लंबी मुलाकात के बाद ही रालोसपा के एनडीए में शामिल होने की बात पक्की हुई।
भाजपा ने अपने खाते की सीट देकर लोजपा को रोका
इधर भाजपा नेताओं ने बताया कि लोजपा को एनडीए में बनाए रखने के लिए भाजपा ने अपने कोटे की कुछ सीटें दी हैं। कहा जा रहा है कि कृषि बिल के विरोध में शिरोमणि अकाली दल शनिवार को एनडीए से अलग हुआ है। भाजपा नहीं चाहती कि अब उसका कोई और सहयोगी एनडीए से अलग हो, इसलिए उसने चिराग पासवान को मनाने के लिए अपने हिस्से की कुछ सीटें उन्हें दी।
वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट से लड़ सकते हैं कुशवाहा
वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर होने वाले उप-चुनाव में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ सकते हैं। ये सीट जदयू सांसद वैद्यनाथ प्रसाद महतो के निधन की वजह से खाली हुई है। रालोसपा पहले भी एनडीए का हिस्सा थी। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के साथ चली गई थी।

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