CM नीतीश को सुशासन की सच्चाई से चिराग ने कराया रुबरु, बोले- पुल हादसा एक मात्र उदहारण, 7 निश्चय योजना भी भ्रष्टाचार का ज़रिया

पटना। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुशासन की सच्चाई से रु-बरु कराया है। खगड़िया में निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना के बात पर पत्रकारों से बात करते हुए चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री जी सुशासन का माला जपते हैं, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते नहीं थकते, लेकिन पुल का इस तरह से गिर जाना इस बात का प्रमाण है कि कैसे उनके नाक के नीचे बिहार के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाए जा रहे हैं। यह महज़ एक उदाहरण है। वही मुख्यमंत्री जी खुद को इंजियनीयर कहते हैं, ऐसे में उनके होते अगर आधा बना पुल गिर जाता है तो कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा। वही आगे चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के पास फुर्सत नहीं है भारत भ्रमण करने से, लेकिन उसी में से थोड़ा सा वक्त निकालकर अगर वे बिहार भ्रमण पर निकल जाएं तो उन्हें पता चलेगा कि यह तो महज़ एक उदाहरण है। उदाहरण इसलिए है कि वह एक बड़ा पुल था, जो ढह गया। खबर मीडिया में गंभीरता से दिखाई गई तो शायद यह मामला मुख्यमंत्री जी की जानकारी में आया होगा, नहीं तो अधिकांश भ्रष्टाचार में लिप्त कार्य हो रहे हैं। जिसकी उन्हें जानकारी ही नहीं रहती। वे कहते भी हैं कि उन्हें मालूम ही नहीं है। वही आगे चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के 7 निश्चय योजना भी भ्रष्टाचार का एक ज़रिया है। पूरी की पूरी 7 निश्चय योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। मुख्यमंत्री जी एक बार जाकर तो देखें नल-जल, नली-गली योजना का हाल क्या है। भ्रष्टाचार की वजह से गांवों की हालत क्या हो गई है। आज की तारीख़ में शायद ही बिहार का कोई ऐसा गांव होगा जहां बगैर रिश्वत दिए कोई काम होता होगा।

बिहार का यह हाल तब है जब मुख्यमंत्री जी बेबाकी से कहते हैं कि उनका भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है। वही चिराग ने पूछा कि एक ही पुल निर्माण के दौरान दो-दो बार धराशायी हो जाता है, क्यों इस पर कार्रवाई नहीं होती? अभी भी मुख्यमंत्री जी बताएं न कि वे क्या कार्रवाई करने वाले हैं? ऐसी कंपनियों को क्यों ब्लैकलिस्ट नहीं किया जा रहा है? इससे पहले भी जब पुल का एक हिस्सा गिरा था, उसी वक्त अगर कार्रवाई की गई होती तो शायद आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। चिराग ने मुख्यमंत्री से आगे तल्ख़ लहजे में पूछा इन सबके पीछे आखिर किसके पैसे बर्बाद हो रहे हैं? ये पैसे टैक्स पेयर्स के हैं, मुख्यमंत्री जी बताए आखिर कितनी बार टैक्स पेयर्स के पैसों को इस तरह से बर्बाद कीजिएगा। बिहार में साल दर साल ऐसी घटनाएं घटती हैं, जिसके कई उदाहरण हैं। वही चिराग ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मैं भविष्यवक्ता नहीं लेकिन हालात देखने से लगता है कि अभी बरसात आने वाली है और आधा बिहार बाढ़ में डूबेगा क्योंकि तटबंधों की हालत ठीक नहीं है। हजारों-करोड़ की राशि हर साल तटबंध निर्माण के नाम पर खर्च की जाती है, लेकिन पहला पानी गिरते ही कटाव शुरु होगा, पानी गांव-घर में घुसने लगेगा और फिर मुख्यमंत्री अपना उड़नखटोला निकालेंगे और हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बोलेंगे कि फिर से इसे ठीक किया जाएगा। यह पूरा का पूरा मामला भ्रष्टाचार के शिवाय और कुछ नहीं है। मुख्यमंत्री जी ने अगर भ्रष्टाचार पर अभी भी नकेल नहीं कसी तो बिहार पहले से ही बर्बाद हो चुका है और आगे बर्बाद होता चला जाएगा। वही विपक्षी एकता की बैठक को रद्द होने पर चुटकी लेते हुए चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार जी ने ऐसा क्या कुछ कर दिखाया है कि कोई इनके साथ आने को तैयार होगा। इन्होंने ऐसा क्या किया है, क्या दिखाएंगे ये देश को? क्या यही कि आज बिहार में एक पुल गिरा है आगे देश भर में हम पुलों को गिराएंगे। बिहार जैसा अपराध का ग्राफ हम देश भर में दिखाएंगे। मुख्यमंत्री जी यही कहते भी हमेशा कि बिहार में दिखा है अब देश में दिखेगा।

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