मुजफ्फरपुर में ऑक्सीजन की कमी से शिक्षक की मौत, परिजनों ने लगाया ये आरोप

मुजफ्फरपुर।  मुजफ्फरपुर में ऑक्सीजन की कमी से शिक्षक की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण ही उनकी मौत हुई है। जिला प्रशासन का कहना है कि सीएस ने खुद छापेमारी कर इस अस्पताल को बंद करने का निर्देश दिया था।

जिले के एक निजी अस्पताल में सिलौत मनियारी के रहने वाले कोरोना संक्रमित शिक्षक को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। एक सप्ताह उनका इलाज चल रहा था। इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम भी वसूली गई। परिजनों ने कहा कि उन्होंने अस्पताल वालों को 5 लाख रुपये दिए।

परिजनों का आरोप है कि बीते दिन मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण अस्पताल ने मरीज को एसकेएमसीएच में बने कोविड सेंटर में रेफर कर दिया। जब मरीज के परिजन उसे लेकर एसकेएमसीएच में बने कोविड सेंटर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दौरान वहां मौजूद सभी लोग तब हैरान रह गए, जब उन्होंने देखा की मरीज को जो ऑक्सीजन सिलेंडर लगा था, वह खाली था, उसमें ऑक्सीजन था ही नहीं।

ऑक्सीजन सिलेंडर खाली होने की बात पर परिजन भड़क गये और निजी अस्पताल से लाने वाले एंबुलेंस को चालक समेत बंधक बना लिया। परिजनों का कहना था कि इलाज के नाम पर उन से पांच लाख रुपये लिये गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस निजी अस्पताल में रिटायर्ड शिक्षक भर्ती थे।

उस अस्पताल में चार दिन पूर्व सीएस ने खुद छापेमारी कर बंद करने का निर्देश दिया था। उस अस्पताल में कोविड मरीज को भर्ती करने की अनुमति भी नहीं थी। उसके बाद भी मरीज का वहां इलाज चल रहा था।

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