पूर्व विधायक के दो भाईयों की हत्या का सीसीटीवी फुटेज देख सहम गए पटनावासी: गैंगवार की आशंका बढ़ी, सरगना संजय सिंह भूमिगत

फुलवारी शरीफ (अजीत)। राजधानी पटना में पांडव गिरोह का आतंक एक बार फिर भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के परिवार पर टूटा है। अभी माह भर पहले ही जहानाबाद और मसौढ़ी में एक ही समय में पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के परिवार के 2 सदस्यों की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि पांडव गिरोह के खूंखार शूटरों ने मंगलवार की शाम पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में पूर्व विधायक के दो सगे भाईयों को बीच सड़क पर गोलियों की बौछार कर मौत के घाट उतार दिया।
अरवल के पूर्व विधायक चित्तरंजन शर्मा के दो भाईयों शंभू शरण और गौतम को बीच सड़क पर गोलियों की बौछार कर हत्या का सीसीटीवी फुटेज देख पटनावासी सहम गए। पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर कंकड़बाग इलाके में भाजपा के पूर्व विधायक के दो भाई अपने आॅफिस से निकलकर घर जा रहे थे। इस बीच पहले से घात लगाए बाइक सवार पांडव गिरोह के दो शूटरों ने जिस फिल्मी अंदाज में गोलियों की बौछार कर डबल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया। यह पूरी वारदात घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी। हालांकि घटना के बाद ही पटना के वरीय पुलिस अधिकारियों की फौज घटनास्थल पर पहुंची और आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गए। इतना ही नहीं, सत्ताधारी भाजपा के पूर्व विधायक के दो भाईयों की हत्या का मामला देख पुलिस अधिकारियों ने इलाके के सारे सीसीटीवी को जप्त कर लिया है। उससे पहले हत्या की वारदात का सीसीटीवी फुटेज कई लोगों के हाथ लग गया।


राजधानी में पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए जिस अंदाज में एक बार फिर से अपराधियों ने दो सगे भाईयों को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतारा है, उसका सीसीटीवी फुटेज देखे तो अंदाजा लग जाएगा कि हत्या से पहले दोनों भाईयों ने अपराधियों का पूरी मुस्तैदी से मुकाबला करना चाहा था। हालांकि दो सगे भाई निहत्थे हथियारों से लैस गोलियों की बौछार करते दो बदमाशों का मुकाबला कहां कर पाते। घटना में अपराधियों के हौसले को देख राजधानीवासी एक बार फिर दहशत के माहौल में आ गए हैं।
मालूम हो कि धनरूआ के नीमा गांव के रहने वाले पांडव गिरोह के लोगों की आपसी अदावत में अब तक 1 दर्जन से अधिक लोगों की लाशें गिर चुकी है। कुछ माह पहले ही जहानाबाद और मसौढ़ी में एक साथ, एक ही समय पर चाचा और भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पटना में पूर्व विधायक के दो सगे भाईयों की जिस बेखौफ अंदाज में हत्या की गई, उससे पुलिस प्रशासन के इकबाल पर सवाल उठना लाजिमी है। वहीं पूर्व विधायक के दो सगे भाई की हत्या से एक बार फिर से दोनों पक्षों में गैंगवार की आशंका बढ़ गई है। कुछ दिनों के अंतराल पर एक पक्ष के चार-चार लोगों को मौत के घाट उतारने वाले पांडव गिरोह के सरगना संजय सिंह अंडरग्राउंड हो गया है। वही इस हत्याकांड के बाद पटना से लेकर धनरूआ, नीमा और आसपास के इलाके में खूनी संघर्ष तेज होने की आशंका से पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। दो सगे भाइयों की हत्या के बाद पूरे परिवार में मातम और गांव के लोगों में भारी गुस्से का आलम है। कब किसकी लाश कहां गिर जाएगी, कोई नहीं बता सकता है। हालांकि प्रशासन के आला अधिकारी इस हत्याकांड में शामिल शूटरों की पहचान होने का दावा कर रहे हैं। वरीय पुलिस पदाधिकारी दोहरे हत्याकांड के बाद कई लोगों को संदेह के आधार पर उठाकर पूछताछ कर रहे हैं। मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

About Post Author

You may have missed