मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर सदन में बीजेपी का हंगामा: विधायकों ने कुर्सी-टेबल पटका, कार्यवाही स्थगित
पटना। विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन पर मुख्यमंत्री के सेक्स वाले बयान को लेकर विधानसभा में आज भी हंगामा जारी है। बीजेपी विधायक मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। बीजेपी की महिला विधायक भागीरथी देवी, निक्की हेमब्रम और दो महिला विधायक आसान के पास पहुंच गईं। विधानसभा अध्यक्ष को पर्ची दिखाने लगीं। बीजेपी विधायकों ने कुर्सी-टेबल पटका। स्पीकर ने कहा कि कुर्सी उठाने वाले विधायकों का नाम नोट किया जाए, कार्रवाई की जाएगी। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इधर कार्यवाही के शुरू होने से पहले विधानसभा के बाहर भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल लगातार चौथे दिन प्रदर्शन कर रहे हैं। अनुसूचित जाति और जनजाति के कर्मचारियों को प्रमोशन देने की मांग, कृषि रोड मैप में धन के दोहन की मांग बंद करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही बीजेपी विधायक मुख्यमंत्री इस्तीफा दो के नारे लगा रहे हैं। सेक्स एजुकेशन का ज्ञान देना बंद करो, यह सरकार निकम्मी है, लाठी गोली की सरकार नहीं चलेगी के नारे लगा रहे हैं। इधर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्थन में सदन के बाहर भाकपा(माले) के विधायक प्रदर्शन कर रहे हैं। माले के विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका को 18 हजार और सहायिका को 10 हजार और साथी रसोईया को 10 हजार वेतनमान दिया जाए। राज्य सरकार ने वेतनमान देने का वादा दिया था, उसे लागू करें। भाकपा माले विधायक ने यह भी कहा कि हम आरक्षण बढ़ाने का वेलकम करते हैं। लेकिन, एससी-एसटी और ओबीसी को प्राइवेट सेक्टर में भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। प्राइवेटाइजेशन में कानून लागू किया जाए।
आरक्षण संशोधन बिल-2023 होगा पेश
इन सबके बीच सरकार आरक्षण संशोधन बिल-2023 पेश करेगी। इस बिल को दो हिस्सों में पेश किया जाएगा। इसमें शिक्षण संस्थानों में आरक्षण और सरकारी नौकरियों में आरक्षण शामिल है। आरक्षण संशोधन बिल को विधानसभा और विधान परिषद में एक साथ पेश किया जाएगा। बिल पेश होने के बाद दोनों सदनों में बहस होगी। विधानमंडल से बिल के पारित होने के बाद सरकार इसे राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजेगी। वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष भी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। पिछले तीन दिनों से लगातार सदन का प्रश्नकाल बाधित हो रहा है। बीजेपी के विधायक चौथे दिन भी प्रश्नकाल बाधित रखने की तैयारी कर रहे हैं। वे सीएम से इस्तीफा की मांग पर अडे़ हैं। आज बीजेपी राजभवन मार्च करेगी। विपक्ष के नेता राज्यपाल से सीएम की मानसिक स्थिति जांच कराने की मांग करेंगे। मुख्यमंत्री बुधवार को ही अपने बयान को लेकर सदन के बाहर और अंदर माफी मांग चुके हैं। अपने बयान को लेकर नीतीश कुमार बुधवार में विधानसभा में माफी मांग चुके हैं। नीतीश ने कहा, ‘मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं। मैं अपनी खुद निंदा करता हूं. मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं। जनसंख्या नियंत्रण के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। मेरा मकसद सिर्फ शिक्षा के बाद जनसंख्या वृद्धि में आ रहे परिवर्तन को बताना था। मैं माफी मांगता हूं। मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं, अगर मेरी कोई बात कहना गलत था, मेरी किसी बात से दुख पहुंचा है तो माफी मांगता हूं। अगर मेरे बयान की कोई निंदा कर रहा है, तो हम माफी मांगते हैं। अगर इसके बाद भी कोई मेरी निंदा करता है तो मैं उसका अभिनंदन करता हूं।