रघुवंश सिंह के पत्रों की ‘विश्वसनीयता’ पर राजद को ‘संदेह’,पत्रों ने खड़ा किया राजनीतिक बवाल

पटना।मीडिया की सुर्खियों में छाए हुए तथा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्रों की विश्वसनीयता पर राजद संदेह कर रहा है।राजद के कई नेताओं का मानना है कि फिलहाल आईसीयू के वेंटिलेटर पर चल रहें वरिष्ठ नेता डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह की पत्रों की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है।उल्लेखनीय है कि राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश सिंह के इस्तीफा समेत तीन अन्य पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है तथा मीडिया की सुर्खियों में छाए हुए हैं। पहले पत्र में साधारण कागज पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपना इस्तीफा लिखा था।वही दूसरे पत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम तीन कार्यों से संदर्भित था। तीसरा पत्र भी वैशाली गणतंत्र में झंडारोहण से संबंधित है।वहीं चौथे पत्र में संदर्भ परिप्रेक्ष्य में राजद के अंदरूनी हालात तथा अपनी पीड़ा को जाहिर किया गया था।चारों पत्र एक ही तिथि 10 सितंबर के लिखे हुए दर्शाया जा रहे हैं। संभवतः चारों पत्र पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रघुवंश सिंह ने ही प्रेषित किया हो।मगर फिलहाल उनके वेंटिलेटर पर रहने की वजह से राजद इन पत्रों की विश्वसनीयता पर संदेह प्रकट कर रहा है।हालांकि राजद की ओर से किसी बड़े नेता ने आधिकारिक रूप से ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।मगर सोशल मीडिया में राजद नेताओं के द्वारा इन पत्रों के विश्वसनीयता को लेकर असहमति के पोस्ट दर्ज किए जा रहे हैं।राजद के कई नेताओं ने अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट में अपनी राय जाहिर करते हुए यह लिखा है कि कोई ना कोई डॉ रघुवंश सिंह के पीछे खड़ा होकर लेटर पॉलिटिक्स को अंजाम दे रहा है।चिट्ठियों के सोशल मीडिया पर पोस्ट होने के समय तथा तरीकों को लेकर बहस छिड़ चुकी है।बहरहाल पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश सिंह के पत्रों को लेकर राजनीतिक बवाल तो उठ खड़ा हुआ है। मगर उनके सामने आकर सच्चाई बयां करने का इंतजार राजद के द्वारा किया जा रहा है।

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