RSS की नीतियों पर चल रहे है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में बढ़ रही है केंद्र सरकार : शिवानंद तिवारी

पटना। बिहार में आरक्षण को लेकर राजनीति गरमाई हुई हैं। वही इस क्रम में RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि RSS की नीतियों पर चल रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं। इसे खत्म करने की प्रक्रिया चल रही है। वही उन्होंने कहा की जल्द ही वे मुसलमानों और इसाइयों को हिन्दू मुसलमान और हिन्दू ईसाई लिखने का कानून बना देंगे। क्योंकि RSS जो कहता है, प्रधानमंत्री उसे कार्यान्वित करते हैं। सामाजिक न्याय की शक्तियां कमजोर हो रही हैं। इससे केंद्र सरकार को RSS की नीतियों को लागू करने में सुविधा हो रही है। RSS लंबे समय से आरक्षण की समीक्षा की सलाह दे रहा है।
बीजेपी पर लगाए आरोप
वही उन्होंने कहा कि सवर्णों को आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण देने के मामले में भी BJP ने पिछले दरवाजे का सहारा लिया। राज्यसभा में BJP को बहुमत नहीं था। इसलिए सवर्ण आरक्षण वाले संशोधन को धन विधेयक घोषित कर लोकसभा से पारित करा दिया। बता दे की धन विधेयक की राज्यसभा में मंजूरी अनिवार्य नहीं है। वही तिवारी ने कहा कि न्यायपालिका भी सामाजिक राजनीतिक स्थितियों से अलग नहीं होती है। वही उन्होंने कहा की उसपर भी इसका अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है।
आरक्षण समर्थन का माहौल हुआ कमजोर
वही 1992 में सामाजिक न्याय की शक्तियां सक्रिय थीं। आरक्षण के लिए आंदोलन चल रहा था। पीवी नरसिम्हा राव की नेतृत्व वाली तत्कालीन केंद्र सरकार ने गरीबी के आधार पर सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया था। वही सुप्रीम कोर्ट की 9 जजों की संविधान पीठ ने आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण देने के प्रस्ताव को रद कर दिया था। सामाजिक-राजनीतिक परिवेश में बदलाव आया। सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय संविधान पीठ ने आर्थिक आधार पर आरक्षण को सही ठहरा दिया। राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि आज आरक्षण समर्थन का माहौल कमजोर हुआ है। इसके विरोध का स्वर तेज हुआ है। पिछड़ों में पहले जैसी एकता नहीं रह गई है। सामान्य जातियों के वोट को अपनी ओर आकर्षित करने का लालच बढ़ा है। यही कारण है कि संवैधानिक व्यवस्था के विरुद्ध आर्थिक आधार पर आरक्षण के पक्ष में आए निर्णय का औपचारिक विरोध भी नहीं हो रहा है।

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