छपरा में जहरीली शराब पीने से गई दो लोगों की आंखों की रोशनी, इलाज के लिए पटना रेफर
छपरा। सारण जिला के मशरक थाना क्षेत्र अंतर्गत लखनपुर गांव में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। दोनों लोगों का प्राथमिक उपचार मशरक में करने के बाद छपरा रेफर किया गया। वहां से दोनों को पटना रेफर किया गया है। बीमार लोगों में लखनपुर गांव के 52 वर्षीय ढोरा गिरी व 50 वर्षीय सत्येद्र राय बताए जाते हैं। छपरा में उपचार के बाद दोनों को पटना रेफर किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार बीमार लोगों की संख्या और भी है, लेकिन वे लोग तथ्य को छुपा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बुधवार की रात्रि में दोनों को मशरक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति बिगड़ने के बाद दोनों को छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया। छपरा सदर अस्पताल में सत्येंद्र कुमार के द्वारा कमजोरी के साथ आंखों से कम दिखाई देने की बात बताई गई। स्थिति बिगड़ने पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए गुरुवार को पीएमसीएच रेफर किया गया। कुछ देर बाद ढोरा गिरी को भी पटना भेज दिया गया। इस मामले में मशरक थाना अध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है। दोनों की आंख की रौशनी जाने लगी तो अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, छपरा सदर अस्पताल में उपचार के दौरान शराब के सेवन से बीमार ढोरा राय ने बताया कि उसके द्वारा लखनपुर गांव में ही पियाजू राय उर्फ सत्येंद्र राय से शराब खरीद कर उसका सेवन किया गया था। पहले शराब का सेवन उसने ही किया गया था और उसके बाद उसने भी शराब का सेवन किया। उसके बाद दोनों की आंखों की रौशनी चली गई है। इस मामले में पूछे जाने पर सारण एसपी डॉक्टर गौरव मंगला ने बताया कि ऐसा मामला प्रकाश में आया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। साल 2022 के दिसंबर महीने में यहां शराब कांड में 38 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि, सूत्रों के अनुसार इस कांड में करीब 80 लोगों की जान गयी थी। इसके बावजूद यहां शराब खरीद-बिक्री का सिलसिला नहीं थमा। 2022 के दिसंबर महीने में मशरक और आसपास के इलाके में अचानक जहरीली शराब पीने से एक के बाद एक 38 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए शराब के धंधे से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया था। लेकिन इसके बावजूद भी यह सिलसिला नहीं रुकाऔर वहां शराब अभी भी बिक रहा है जिसका सेवन कर लोग बीमार हो रहे हैं।