चीन में रहस्यमयी बीमारी के चपेट में तेजी से आ रहा है बच्चे, डब्ल्यूएचओ ने जारी की चेतावनी

नई दिल्ली। कोरोना महामारी से अभी लोग उभरे ही थे कि अब एक और महामारी का खतरा आ गया है। कोरोना के लिए हमेशा से चीन को जिम्मेदार माना जाता आया है और अब नई रहस्यमयी बीमारी से पीड़ित लोग भी चीन में ही मिले हैं। उत्तरी चीन में एक अलग तरह की बीमारी मिली है, जो सबसे ज्यादा बच्चों में दिख रही है। डब्ल्यूएचओ की माने तो इन बच्चों में सांस संबंधी और निमोनिया से संबंधित बीमारी का पता चला है। हालांकि, इसके लक्षण निमोनिया से भी अलग है। बच्चों में तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत और फ्लू की समस्या देखने को मिल रही है। चीनी अधिकारियों ने इस बीमारी के बढ़ने के लिए COVID-19 प्रतिबंधों को हटाने और इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया (एक सामान्य जीवाणु संक्रमण जो आमतौर पर छोटे बच्चों को प्रभावित करता है), श्वसन सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) और SARS-CoV-2 जैसे ज्ञात रोगजनकों के प्रसार को जिम्मेदार ठहराया है। चीनी अधिकारियों ने स्वास्थ्य सुविधाओं और सामुदायिक व्यवस्था में रोग निगरानी बढ़ाने के साथ-साथ रोगियों के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की क्षमता को मजबूत करने की बात कही है।

अक्टूबर के मध्य से, उत्तरी चीन में पिछले तीन वर्षों की इसी अवधि की तुलना में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी में वृद्धि दर्ज की गई है।  इस बीमारी के सामने आते ही डब्ल्यूएचओ भी एक्टिव मोड में आ गया है। स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि वो इस पर नजर बनाए हुए है। इसी के साथ डब्ल्यूएचओ ने चीन को भी इसकी सख्त निगरानी करने की हिदायत दी है। डब्ल्यूएचओ ने चीन को इसी के साथ हर जानकारी साझा करने का निर्देश दिया है। चीन के लोगों से भी एजेंसी ने इस बीमारी के उपायों का पालन करने को कहा है। सभी लोगों को बीमार लोगों से दूरी बनाए रखने, बीमार होने पर घर पर रहने  और मास्क पहनने की अपील की गई है।

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