पटना स्मार्ट सिटी के नाम पर बारिश ने बेतहाशा खर्च की खोली पोल : जाप

पटना। जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद एवं युवा परिषद के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश कुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से अपने वक्तब्य में कहा कि बिहार की राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए बहुत सारे प्रोजेक्ट पर करोड़ों करोड खर्च किए जा रहे हैं और इस खर्च में सरकार के द्वारा गरीबों के घर भी उजाडे जा रहे हैं, मकानों को तोड़ा जा रहा है, सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है, बहुत सारे नाले बनाए जा रहे हैं और यह जानते हुए कि बरसात के समय में पटनावासियों को जलजमाव का सामना करना पड़ता है लेकिन स्मार्ट सिटी के नाम पर किसी प्रकार की कोई योजना नहीं है और पैसे का दुरुपयोग हो रहा है, जिसका स्पष्ट प्रमाण है कि पटना में हो रहे बारिश के कारण पूरा पटना जल जमाव झेल रहा। आम आदमी के घर की बात तो अलग है यहाँ तक कि मंत्री एवं सरकारी क्वाटरों में रह रहे लोगो के घरों में भी जलजमाव से लोग परेशान है। उन्होंनेे कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर किसी भी निर्माण के पहले बरसात में होने वाली जलजमाव से नगर वासियों को मुक्ति दिलाने के लिए ड्रेनेज पर काम होना चाहिए था, जिससे आज लोगों को जलजमाव से हो रही परेशानियों से मुक्ति मिल जाती। इसके लिए राज्य सरकार दोषी है। सरकार की मंशा लोगों को परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि पटना नगर वासियों के लिए सरकार सबसे पहले जलजमाव से मुक्ति दिलाए और साथ ही बेली रोड में नये ट्रैफिक नियम लागू हुए हैं, जिसमें गाड़ियों के लिए यू टूर्न की व्यवस्था दी गयी है कि गाडियों को किसी प्रकार से चलने में कोई रूकावट ना हो परंतु सड़क पार करने के लिए बुजुर्ग, बच्चे एवं महिलाओं को सड़क पार करने में काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है, जिससे हमेशा बड़ा हादसा की संभावना बनी रहती है। जिस पर सरकार और पदाधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।

जाप ने सरकार से मांग किया है कि बेली रोड में सड़क पार करने के लिए यात्रियों को अंडरग्राउंड या उपड़ी पुल का निर्माण कार्य शीघ्र करें जिससे किसी ब्यक्ति के साथ कोई दुर्घटना ना हो। सरकार अगर संवेदनशील है तो स्मार्ट सिटी की तभी परिकल्पना की जा सकती है जब ड्रैनेज की सही व्यवस्था हो।

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