पटना में मौसम बदलते ही अस्पतालों बढ़ने लगे मरीज़, बच्चे हो रहे निमोनिया के शिकार

पटना। वर्तमान समय में मौसम का मिजाज बदला है। इस मौसम में अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सर्दी, खांसी, वायरल बुखार जैसी कई बीमारियां आम है। दिन भर गर्मी, सुबह-शाम ठंड, इस मौसमी बदलाव में अपनी सुरक्षा खुद करनी है। यह मौसम भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए सावधान रहना जरूरी है। वही बदलते मौसम से लोगों की सेहत बिगड़ रही है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिल रहा है। सबसे ज्यादा प्रभाव 40 से 50 आयु वर्ग के लोगों पर पड़ रहा है। सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में सैकड़ों मरीज हर दिन चिकित्सा के लिए पहुंच रहे हैं। सर्दी, खांसी, बुखार उनकी परेशानी का कारण बना हुआ है। वातावरण और जलवायु में बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार जैसे खतरनाक रोग बड़ी आसानी से शरीर को घेर लेते हैं। बदलते मौसम के इस उतार-चढ़ाव के कारण हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती जाती है। ऐसे समय में ठंडा पानी, कोल्डड्रिंक्स आदि आदतों को छोड देना चाहिए। किसी भी प्रकार के संक्रामक रोगों से बचने के लिए अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं, गर्म पानी का उपयोग करें। वही अब गर्म वस्त्रों का उपयोग करना भी शुरू कर दे।
बच्चे हो रहे निमोनिया के शिकार
जानकारी के अनुसार, रोजाना सैंकड़ों की संख्या में स्वजन अपने बच्चों का उपचार कराने पहुंच रहे हैं। जिनमें ज्यादातर बच्चों की सेहत बिगडने का कारण सिर्फ बदलता मौसम ही नहीं, बल्कि खानपान, रहन-सहन व पहनावा भी है। उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में संक्रमण तेजी से फैलता है। बैक्टीरिया आदि जीवाणु और रोगाणु के पनपने की संभावना भी बढ़ जाती है।

 

About Post Author