अग्निपथ को लेकर बिहार में हिंसक बवाल : एडीजी बोले- पहचान कर प्रदर्शनकारियों पर दर्ज होगी एफआइआर

पटना। केंद्र सरकार की योजना अग्निपथ को लेकर बिहार में हुए हिंसक बवाल को लेकर पुलिस मुख्यालय ने सख्ती बरतने का आदेश दिया है। गुरुवार को एडीजी लॉ एंड आॅर्डर संजय सिंह की तरफ से उन सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है, जहां हिंसक उपद्रव हुआ। एडीजी ने साफ तौर पर कहा है कि जिन लोगों ने भी हिंसक प्रदर्शन किया, सरकारी और प्राइवेट संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है, उन सभी की वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर पहचान की जाएगी। इसके आधार पर उनके खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज किया जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी ने छात्रों से अपील की है कि वो हिंसक प्रदर्शन न करें। सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं और आम जनजीवन को डिस्टर्ब नहीं करें। क्योंकि, केस दर्ज होने पर कानूनी कार्रवाई होगी। वैसी स्थिति में उनका भविष्य भी खराब होगा। बेहतर होगा कि छात्र अपनी मांगों को सही तरीके से रखें। मांग पत्र पर लिख कर दें।
एडीजी के अनुसार कई जिलों में एक्स्ट्रा फोर्स भेजे गए हैं। प्रभावित जिलों में जगह-जगह पर पुलिस फोर्स की तैनाती भी की गई है। खासकर भोजपुर, बक्सर और सारण समेत उन जिलों पर फोकस अधिक किया गया है, जहां से सेना की नौकरी के लिए सबसे अधिक लोग तैयारी करते हैं। पुलिस ने छात्रों को समझाने-बुझाने की कोशिश भी की है। जिन जगहों पर उन्होंने बातें नहीं मानीं, वहां पुलिस ने बल प्रयोग भी किया है। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए हैं।
बता दें बीते बुधवार को राज्य के कुछ जिलों में ही केंद्र सरकार की नई योजना अग्निपथ का विरोध हुआ था। मगर गुरुवार को इसकी आग और भड़क गई। राज्य के कुल 17 जिलों में सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक तक विरोध-प्रदर्शन हुआ। सड़क पर गाड़ियों को तो रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों को रोका गया। उनमें तोड़फोड़ की गई। कुछ जगहों पर आगजनी भी हुई। ऐसे में इन परिस्थितियों से निपटने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की है।

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