कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी प्रेस कांफ्रेंस : पटना में दिग्विजय बोले- 70 साल से अर्जित की हुई संपत्ति को बेच रही मोदी सरकार

पटना। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन (एमएमपी) प्रोग्राम के खिलाफ कांग्रेस द्वारा राष्ट्रव्यापी संवाददाता सम्मेलन के तहत अखिल भारतीय कांग्रेस के कमिटी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राज्यसभा के वर्तमान सांसद दिग्विजय सिंह ने राजधानी पटना स्थित सदाकत आश्रम में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। साथ ही जेपी विश्वविद्यालय में जयप्रकाश नारायण पर आधारित विषय को बंद किए जाने पर नीतीश सरकार पर भी निशाना साधा।
केंद्र सरकार की देशविरोधी नीतियों पर कटाक्ष करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि नालायक बेटा विरासत में मिली संपत्ति को बेचकर फिर कर्ज लेकर घी पिता है जबकि लायक बेटा विरासत में मिली संपत्ति में जोड़ता है। वर्तमान सरकार की नीति नालायक बेटे की तरह है क्योंकि वो देश के आम लोगों द्वारा दिए गए लाखों-करोड़ों रुपये के बनाये गए पब्लिक सेक्टर को बेचकर पैसे जुटाने की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश समाजवादी विचारकों के अनुरूप संचालित होने के बजाय आरएसएस के विचारों पर जो गरीबों, वंचितों और मजदूरों के शुरू से खिलाफ रही है, के अनुरूप चलाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि 2015 में चलंत करेंसी जहां 17.9 लाख करोड़ थी, वहीं 2016 से 2021 में यह 27 लाख करोड़ रुपये हो चुकी है। यह दस लाख करोड़ की करेंसी का इजाफा कालेधन पर मोदी सरकार की नाकामी है। 2014 में जहां देश पर 54.9 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था, वहीं वर्तमान में इस सरकार के दौरान 100 लाख करोड़ तक पहुंच चुकी है। पेट्रोल-डीजल पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जब प्रति बैरल तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में ज्यादा थी फिर भी कांग्रेस शासन में सेंट्रल एक्साइज जहां पेट्रोल पर 9.48 रुपये थी और डीजल पर मात्र 3.50 रुपये थी, वहीं वर्तमान में यह सरकार 32 रुपये से ज्यादा एक्साइज ड्यूटी ले रही है।
कांग्रेस ने राइट टू एजुकेशन, राइट टू फूड, राइट टू इन्फॉर्मेशन का अधिकार देकर आम आदमी को शक्ति प्रदान करने का काम किया। वहीं वर्तमान सरकार द्वारा मजदूरों की हकमारी करके उनके अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रदत्त 8 घंटे के कानून को भी खत्म करके 12 घंटे कर दिया गया है। ट्रेड यूनियन निर्माण को भी इस सरकार ने सरकारी अधिकारियों के अधीन कर दिया है। कार्पोरेट टैक्स जहां इस सरकार में 25% है, वहीं आम आदमी पर लगने वाला टैक्स 30% है। किसान विरोधी यह सरकार एमएसपी और मंडियों को समाप्त कर रही है। बिहार के किसानों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा जबकि उनकी आय बहुत कम है। उन्होंने कहा कि ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड के प्रबंधन की भी जानकारी केंद्र की वर्तमान सरकार के पास नहीं है। एयर अर्थव्यवस्था के मामले पर सरकार पूरी तरीके से फेल है।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जेपी विश्वविद्यालय में जयप्रकाश नारायण पर आधारित विषय को भी जेपी के चेलों ने बंद कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरीके से आरएसएस और भाजपा के हाथों की कठपुतली बनकर काम कर रहे हैं।
वहीं बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि केंद्र की सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए देशहित के विरुद्ध कार्यक्रम बनाकर राष्ट्रीय संपत्ति को बेच रही है।
संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंदन बागची, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, श्याम सुंदर सिंह धीरज, डॉ. समीर कुमार सिंह, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, प्रेमचन्द्र मिश्रा, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, पूनम पासवान, ब्रजेश प्रसाद मुनन, कुमार आशीष, असित नाथ तिवारी,स्नेहाशीष वर्धन आदि प्रमुख नेता उपस्थित रहे।

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