बिहार पुलिस की CID टीम को मिली जहरीली शराब कांड जांच करने की जिम्मा, 78 लोगों की हुई थी मौत

पटना। बिहार में पूर्ण शराबबंदी हैं। वही पिछले महीने सारण जिले में हुए जहरीली शराब कांड के 2 केस की जांच अब बिहार पुलिस की CID करेगी। वही इसके लिए मद्य निषेध इकाई को जिम्मा सौंप दिया गया है। बता दे की मंगलवार को पुलिस मुख्यालय की तरफ से इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है। ज्ञात हो की जहरीली शराब कांड से अकेले सारण जिले में 78 लोगों की मौत हो गई थी। वही इस घटना के बाद राज्य सरकार और उनकी पूर्ण शराबबंदी की नीतियों पर सवाल उठने लगे थे। वही राज्य सरकार की बड़े स्तर पर किरकिरी हुई थी। बवाल इस कदर हुआ कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। दिल्ली से एक स्पेशल टीम को जांच के लिए बिहार भेजा गया था।
जेल में हैं 17 आरोपी
वही सारण जिले के मशरख और इसुआपुर थाना में अलग-अलग केस दर्ज हुआ था। इसकी जांच अब तक सारण पुलिस की SIT कर रही थी। कुल 17 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। मगर, राज्य सरकार ने इस कांड को बेहद गंभीरता से लिया। हर एंगल से इस कांड की जांच करवाने का आदेश DGP राजविंदर सिंह भट्टी को CM की तरफ से दिया गया। वही इसके बाद ही मशरख थाना में दर्ज केस 583/22 और इसुआपुर थाना में दर्ज केस 280/22 की जांच अब CID से कराने का फैसला लिया गया। अब जल्द ही मद्य निषेध इकाई की तरफ से एक स्पेशल टीम जांच के लिए बनाई जाएगी।
मुख्य आरोपी दिल्ली से भाग गया था
वही 31 दिसंबर को ही इस कांड के मुख्य आरोपियों में से एक राम बाबू महतो को दिल्ली के द्वारिका से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने दावा किया था कि राम बाबू ही वो शख्स है जिसने केमिकल से शराब बनाई और उसकी सप्लाई की। बता दे की जहरीली शराब कांड के बाद से वो बिहार छोड़कर ही फरार हो गया था। छिपकर दिल्ली में रह रहा था। पर दिल्ली पुलिस की मदद से उसे खोज निकाला गया था।

About Post Author

You may have missed