महाकाल मंदिर की भस्म आरती के लिए अब श्रद्धालु 3 महीने पहले कर सकेंगे बुकिंग, मई से नई प्रक्रिया

उज्जैन। भगवान महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के लिए भक्त 15 दिन नहीं बल्कि तीन महीने पहले बुकिंग करा सकते हैं। महाकाल मंदिर समिति इस व्यवस्था को मई के पहले हफ्ते से शुरू कर देगी। महाकाल मंदिर में देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। ज्यादातर भक्त सुबह होने वाली भस्म आरती में शामिल होना चाहते हैं। लेकिन इसकी बुकिंग 15 दिन पहले ऑनलाइन या फिर एक दिन पहले ऑफलाइन करवाना पड़ती है। ऑनलाइन बुकिंग करवाने वाले भक्तों के साथ ये समस्या आती है कि उनकी बुकिंग होने के बाद ही वो उज्जैन आने का प्लान तैयार कर पाते थे। इसमें उन्हें समय कम मिलता था। अब श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने भस्म आरती की ऑनलाइन प्रक्रिया में बदलाव का निर्णय लेते हुए इसे मई महीने से तीन महीने पहले खोलने का निर्णय लिया है।
तीन महीने में एक बार ही मिलेगी ऑनलाइन परमिशन
कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि हम इस तरह डिजाइन कर रहे हैं कि एक आधार कार्ड एक बार उपयोग होगा। इसके बाद अगले तीन महीने तक उसे ऑनलाइन भस्म आरती की परमिशन नहीं मिल सकेगी। सॉफ्टवेयर खुद ही उसे पकड़ कर आधार को एक्सेप्ट नहीं करेगा। लोग इसका गलत उपयोग कर बार-बार बुकिंग न करें, इसके लिए ये व्यवस्था बना रहे हैं।
एक दिन में 400 भक्तों को दी जाएगी परमिशन
ऑनलाइन भस्म आरती करने वालों के लिए तीन महीने पहले लिंक खुल जाएगी, जो भी श्रद्धालु फॉर्म जमा करेगा, उसे एक रिफरेंस नंबर अलॉट होगा। एक दिन बाद श्रद्धालु के पास कन्फर्मेशन लिंक जाएगी, जिसको फील करके प्रति व्यक्ति 200 रुपए जमा कर अपनी बुकिंग करवा सकेगा। ऑनलाइन के माध्यम से एक दिन में 400 भक्तों के लिए परमिशन दी जा सकेगी।
बाद में 6 महीने पहले बुकिंग की व्यवस्था करेंगे
महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि तीन महीने वाला प्लान सक्सेस होगा तो इसे बढ़ाकर 6 महीने कर दिया जाएगा। ताकि घर बैठे भक्त अपने हिसाब से पहले मंदिर की भस्म आरती बुक कर ले, बाद में अपने रेल बस या हवाई टिकट की बुकिंग करा सकें। जल्द ही महाकाल मंदिर की वेबसाइट को अपडेट कर इसे 1 मई से शुरू कर दिया जाएगा।
एक ही मोबाइल नंबर भी नहीं चलेंगे
कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि न सिर्फ आधार कार्ड बल्कि एक ही मोबाइल नंबर को बार-बार उपयोग कर भी ऑनलाइन परमिशन नहीं मिल पाएगी। परमिशन बुक करवाने वाले का मोबाइल नंबर के साथ-साथ भस्म आरती में शामिल होने वाले भक्तों के मोबाइल तय सीमा में दोबारा उपयोग नहीं कर पाएंगे
भस्म आरती के लिए अभी ये व्यवस्था
भस्म आरती की परमिशन ऑफलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से होती है। ऑफलाइन परमिशन के लिए भक्तों को एक दिन पहले मंदिर में टिकट विंडो पर पहुंचकर अपनी अनुमति लेना होती है जो निशुल्क रहती है। इसके साथ ही ऑनलाइन के माध्यम से होने वाली परमिशन के लिए श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन परमिशन करवा सकते है। जिसके लिए 200 रुपए शुल्क देना होता है। साथ ही प्रोटोकॉल में भी भक्तों को परमिशन मिलती है। जिसमें अधिकारी, राजनेता, मंत्री, विधायक, सांसद और मीडिया का अलग-अलग कोटा है।

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