बिहार में मरकज से आए 86 मौलवियों में से 44 की पहचान,तलाश जारी,पूरे प्रदेश में मचा हुआ हड़कंप

पटना। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से देश के विभिन्न हिस्सों में फैल गए देशी-विदेशी मौलानाओं की तलाश जारी है।बिहार में भी 86 मौलवियों के आने की सूचना है।जिनमें से सरकार के द्वारा 44 लोगों की खोज कर ली गई है। अन्य की तलाश जारी है।दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात की मजलिस में शामिल लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बिहार में भी भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। निजामुद्दीन से निकलकर बिहार में 86 की संख्या में मौलाना आये थे। जानकारी के अनुसार इनमें से अधिकांश विदेशी है। फिलहाल इनमे से 44 की शिनाख्त कर लिया गया है। जिनमे पटना में 19, किशनगंज में 14 और बक्सर में 11 मौलवियों की पहचान की गई है और उनका टेस्ट सैंपल लिया गया है।

पटना जिला प्रशासन ने फुलवारी स्थित संगी मस्जिद में किर्गिस्तान से आए 7 मौलवी और समनपुरा के एक घर में कोरेंटाइन कर रखे गए 8 मौलवियों और उनके दो गाइड का टेस्ट सैंपल लिया है। पटना सिविल सर्जन की तरफ से बनाई गई मेडिकल टीम ने इन सभी लोगों का सैंपल लिया। फुलवारीशरीफ स्थित संगी मस्जिद में 8 मार्च को पटना आए जमात के लोग ठहरे हुए हैं जबकि समनपुरा में कुर्जी की मस्जिद से निकाले गए लोगों को को कोरेंटाइन कर रखा गया था। इसके अलावे बक्सर में तबलीगी जमात से जुड़े 11 विदेशी मौलवियों का भी टेस्ट सैंपल लिया गया है। यह सभी लोग डुमराव स्थित नया भोजपुर की एक मस्जिद में रह रहे हैं। इनमें इंडोनेशिया के साथ और मलेशिया के चार लोग शामिल हैं। इनके साथ मुंबई के दो गाइड भी मौजूद है। इन सभी को डुमराव में ही कोरेंटाइन कर दिया गया है।

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