पटना में प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान : बोले- अभी पार्टी का नही होगा निर्माण, 2 अक्टूबर को पश्चिमी चंपारण से शुरू करेगें अभियान

पटना। बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में आज प्रशांत किशोर अपनी राजनीतिक रणनीति पर विस्तार से बात रखी और अपने और स्वराज यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा की बिहार के लिए नई सोच की जरूरत है। एक पीसी में उन्होंने साफ कर दिया कि वो नई पार्टी नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की दशा और दिशा बदलने की जरूरत। उन्होंने ये भी कहा कि वो पदयात्रा करेंगे, इस दौरान वो 3 से 4 महीनों में 17 हजार लोगों से मुलाकात करेंगे। 2 अक्टूबर से वो पश्चिमी चंपारण से यात्रा का शुरूआत करेंगे। वही हाल ही में वे कांग्रेस को अपने तरीके से संचालित करना चाहते थे, लेकिन यह संभव नहीं हुआ। अब वो अपनी अलग पार्टी बनाने की तरफ बढ़ रहे हैं। पार्टी का नाम क्या होगा, इसको लेकर अब तक कोई फाइनल बात नही हुई है, लेकिन जानकारों के मुताबिक प्रशांत एक-दो साल में अपनी पार्टी बना सकते हैं। बता दे की प्रशांत किशोर बीजेपी, कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के साथ ही जदयू, तृणमूल कांग्रेस जैसी क्षेत्रीय पार्टियों के रणनीतिकार रह चुके हैं।
राजनीति में बड़ा धमाल करने की है तैयारी
बताया जा रहा हैं की जब कांग्रेस में बात नहीं बनी तो प्रशांत किशोर राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर राजनीति में बड़ा धमाल करने की तैयारी में लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर की पार्टी पूरी तरह आधुनिक होगी, डिजिटल होगी और जनसंपर्क करने के नई तकनीक के साथ मैदान में उतरेगी। प्रशांत किशोर लोक सभा चुनाव 2014 में मोदी सरकार को सत्ता में लाने की वजह से चर्चा में आए। उन्हें एक बेहतरीन चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जाना जाता है। हमेशा से वो पर्दे के पीछे रहकर अपनी चुनावी रणनीति को अंजाम देते आए हैं।
बीजेपी के कई कैंपेन को किया था शुरू
34 साल की उम्र में अफ्रीका से संयुक्त राष्ट्र की नौकरी छोड़कर किशोर 2011 में गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी की टीम से जुड़े थे। वही पीएम मोदी की उन्नत मार्केटिंग और चाय पे चर्चा, 3डी रैली, रन फॉर यूनिटी, मंथन जैसे विज्ञापन अभियान का श्रेय दिया जाता है। वो इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी नाम का संगठन चलाते हैं। यह लीडरशिप, सियासी रणनीति, मैसेज कैंपेन और भाषणों की ब्रांडिंग करता है।

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