बिहार के बाद UP पंहुचा ओमिक्रोन, NRI के साथ 4 लोग हुए कोरोना संक्रमित

बरेली, यूपी। उत्तर प्रदेश में ब्रिटेन की नागरिकता ले चुके युवक समेत चार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बरेली में पैदा हुए और ब्रिटेन की नागरिकता ले चुका युवक दो दिन पहले राजेंद्रनगर स्थित निजी लैब में जांच कराई थी। जिसमें युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। युवक ने अपना मोबाईल नंबर गलत दर्ज कराया था। और युवक ने पहचान पत्र के रूप में ब्रिटिश पासपोर्ट दिया था। ब्रिटिश पासपोर्ट होने के वजह से अब तक युवक का पता ट्रेस नहीं किया जा सका है। फिलहाल इसकी सूचना सर्विलांस टीम को दे दी गई है। साथ ही अन्य संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की जांच करने की तैयारी की जा रही है। जांच में युवक की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर लैब ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी है। जब एनआरआई युवक को फोन किया गया तो पता चल की फोन नंबर गलत है। एसीएमओ डा। हरपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उसकी रिपोर्ट के साथ फोकस लैब ने जो मोबाइल नंबर दिया था, वह सैंपल कलेक्शन करने गए कर्मचारी का नंबर मोबाईल नंबर है।

ब्रिटिश पासपोर्ट होने की वजह से कोरोना संक्रमित युवक का लोकेशन का भी पता नहीं चल पा रहा है। लैब की लापरवाही पर नोटिस भी जारी किया गया है साथ ही कोरोना संक्रमित पाए गए मरीजों की जानकारी जुटाकर देने को कहा गया है। इधर गैस एजेंसी पर काम करने वाली एक 56 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महिला त्रिवटीनाथ मंदिर के पास बीडीए कालोनी की रहने वाली है। दो सप्ताह पहले फरीदाबाद में एक शादी समारोह में इस महिला के संपर्क में आए 30 लोगों की मॉनिटरिंग शुरू हो गई है। वही एसीएमओ डा। हरपाल सिंह ने बाते कि ‘फोकस लैब ने संक्रमित मरीज का जो मोबाइल नंबर दिया है, वह गलत है। पहचान पत्र के रूप में पासपोर्ट होने के वजह से उसका पता भी नहीं ट्रेस हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि ये बड़ी लापरवाही है। इस मामले में लैब को नोटिस भेज गया है। वहीं फोकस लैब के मैनेजर अनुज सक्सेना का कहना है कि मुझे पता नहीं है कि कौन पॉजिटिव पाया गया है। जो पॉजिटिव आते हैं, लैब इसकी सूचना सीएमओ कार्यालय को भेज देती है।

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