भारत सरकार का बड़ा फैसल : 300 से ज्यादा मोबाइल ऐप बैन, जिनमें कुछ चीनी ऐप

देश, नई दिल्ली। भारत सरकार ने चीन समेत विभिन्न देशों में बने 348 मोबाइल ऐप को नागरिकों की प्रोफाइलिंग के लिए कथित तौर पर यूजर्स की डिटेल इकट्ठा करने और इसे विदेशों में प्रसारित करने के लिए पहचाना और ब्लॉक किया गया है। वही भारत सरकार ने 300 से ज्यादा मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर दिया है। वही PTI की रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार ने चीन समेत दुनिया के अलग-अलग देशों में बने 348 मोबाइल ऐप को नागरिकों की प्रोफाइलिंग के लिए कथित तौर पर यूजर्स की डिटेल्स इकट्ठा करने और इसे अनधिकृत तरीके से विदेशों में भेजने के मामले में पहचाना है। और ब्लॉक किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भाजपा के रोडमल नागर के एक सवाल के जवाब में लोकसभा में यह जानकारी दी है।
देश से बाहर पहुंचा रहे थे डेटा
वही चंद्रशेखर ने कहा की 348 मोबाइल एप्लिकेशन यूजर्स की जानकारी इकट्ठा कर रहे थे। और इसे अनधिकृत तरीके से प्रोफाइलिंग के लिए देश के बाहर स्थित सर्वरों तक भेजा जा रहा था। वही बतया जा रहा है की MHR के अनुरोध के आधार पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने उन 348 मोबाइल एप्लिकेशन को ब्लॉक कर दिया है। क्योंकि इस तरह के डेटा ट्रांसमिशन भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा और राज्य की सुरक्षा का उल्लंघन करते हैं।
कुछ ऐप चीन में बने
वही पूछे जाने पर कि क्या ये सभी ऐप चीन द्वारा विकसित किए गए हैं, चंद्रशेखर ने कहा ये ऐप चीन सहित विभिन्न देशों द्वारा विकसित किए गए हैं। वही कुछ दिन पहले ही बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया को प्लेस्टोर से हटाया गया है।
सरकार का यह फैसला दक्षिण कोरिया की गेमिंग दिग्गज क्राफ्टन के एक लोकप्रिय बैटल रॉयल गेम बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया को प्ले स्टोर से हटाने के कुछ दिन आता है। गूगल ने कहा था कि उसे इस संबंध में सरकार से एक आदेश मिला है और इस तरह ऐप तक पहुंच को ब्लॉक कर दिया है। वही सितंबर 2020 में डेटा सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए क्राफ्टन के प्लेयर यूएनडॉग्स बैटलग्राउंड को 117 अन्य चीन-लिंक्ड ऐप्स के साथ ब्लॉक कर दिया गया था। वही भारत सरकार ने इससे पहले वर्ष में यह भी बताया गया था। कि 14 फरवरी को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत 53 अन्य चीन से जुड़े ऐप के साथ बैटल रॉयल गेम फ्री फायर पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

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