पटना की सड़कों पर उतरे कमिश्नर व डीएम : बोरिंग रोड में 1.5 किमी में 150 से अधिक स्थानों पर दिखा अतिक्रमण, कारों-बाइकों का कटा चालान

पटना। अतिक्रमणकारियों पर एक बार फिर प्रशासन का डंडा चलना शुरू हुआ है। दुकानदारों द्वारा सड़कों का अतिक्रमण किए जाने के कारण राजधानी पटना में जाम एक बार फिर विकराल रूप ले लिया है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान चला रही है। अगले एक सप्ताह तक चलने वाले अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत शनिवार को पहले दिन प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और डीएम कुमार रवि अधिकारियों के साथ पटना की सड़कों पर उतरे। बोरिंग रोड पर पैदल निकले तो अतिक्रमण देख कर दंग रह गए। अगस्त 2019 में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान जिन दुकानों को तोड़ा गया था, वह फिर से पुनर्स्थापित हो गई है। सड़क की चौड़ाई सिकुड़ गई है, जबकि अतिक्रमणकारियों का दायरा बढ़ गया है। बता दें अगस्त 2019 में तत्कालीन आयुक्त आनंद किशोर के विशेष अभियान से सड़क और चौराहे की दशा बदल गई थी। शहर की प्रमुख सड़कें अतिक्रमण अभियान के बाद चौड़ी हो गई थी। इसी में एक प्रमुख सड़क बोरिंग रोड भी रही।
कारों और बाइकों का चालान काटा
आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और डीएम कुमार रवि अधिकारियों के साथ बोरिंग रोड चौराहे से लेकर पानी टंकी पाटलिपुत्रा तक अधिकारियों की टीम पैदल चली। लगभग 1.5 किलोमीटर पैदल चले, इसमें 150 से अधिक स्थानों पर अतिक्रमण नजर आया। इस बीच सड़क पर बिना पार्किंग के गाड़ियां भी खूब दिखीं। जो जाम लगने की बड़ी वजह है। सड़क पर बिना पार्किंग के 20 से अधिक कारें और 24 से अधिक बाइकों का चालान काटा गया। इस बीच कार का एक शोरूम मिला, जहां अतिक्रमण अभियान में तोड़े गए पक्के निर्माण को फिर बना दिया गया है। डीएम ने इस मामले में संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। बोरिंग रोड में ही रेडीमेड कपड़ों के एक शोरूम से सड़क पर कचरा फेंका गया था। इस पर आयुक्त ने नगर आयुक्त को कार्रवाई का निर्देश दिया। इस दौरान नगर निगम की टीम 24 दुकानों का सामान उठा ले गई। इसमें ठेले और होटल की दुकानों का सामान शामिल है। गैस सिलेंडर और किचन का पूरा सेट ही जब्त कर लिया गया है। इस दौरान उस रेस्टोरेंट को बंद करने का आदेश दिया गया है, जो वर्ष 2019 के अभियान में बंद कराया गया था। यहीं नहीं आयुक्त ने बोरिंग रोड पर एक ऐसा निर्माण कार्य पाया, जिसे बाहर से घेर कर अंदर ही अंदर बनाया जा रहा था। कमिश्नर ने नगर आयुक्त से सवाल किया कि क्या यह नक्शे से बनाया जा रहा है। प्रमंडलीय आयुक्त ने जांच का आदेश दिया है कि अतिक्रमण करके कैसे निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
बोरिंग रोड अब तीन लेन हा होगा
बोरिंग रोड को लेकर एक बार फिर प्लान बना है। सड़क को दो लेन से बढ़ाकर अब तीन लेन किया जाएगा और फिर फुटपाथ बनाया जाएगा। सड़क से बिजली के पोल हटाए जाएंगे, पार्किंग की व्यवस्था कर सड़क को जाम से मुक्ति दिलाई जाएगी।
प्लान बनाने भर से राजधानी अतिक्रमणमुक्त हो पाएगा
बता दें अतिक्रमण अभियान खत्म होते ही इसकी निगरानी भी बंद हो जाती है। हर बार कहा जाता है कि दुबारा उन स्थानों पर अतिक्रमण न हो, इस पर निगरानी के लिए संबंधित थानों को आदेश भी दिया जाता है, लेकिन नतीजा ढ़ाक के तीन पात वाली रह जाती है। ऐसे में सवाल उठता है कि प्लान बनाने भर से राजधानी अतिक्रमणमुक्त हो पाएगा। जब तक फुटपाथी दुकानदारों का स्थायी समाधान जिला या नगर निगम प्रशासन के स्तर पर नहीं किया जाता है, तब तक अतिक्रमणमुक्त पटना का सपना पूरा हो पाना संभव नहीं है।

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