समीक्षा कार्यक्रम में बोले डॉ. सत्यानंद, राजनीतिक साजिश के शिकार हुए दलित-अतिपिछड़ा

समस्तीपुर/दरभंगा। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न पार्टियां दलित, अतिपिछड़ों को गोलबंद करने में जुट गया है। मंगलवार को लोजपा (सेक्यूलर) ने चुनाव में अतिपिछड़ा मुख्यमंत्री की घोषणा की। लोजपा (से.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सत्यानंद शर्मा ने समस्तीपुर और दरभंगा में आयोजित समीक्षा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश में आजादी के बाद से एक साजिश चला की दलित, अतिपिछड़ों को सत्ता और संपत्ति से वंचित करके रखों, क्योंकि इस समाज की आबादी 52% है। यह समाज एक बार सत्ता में चला जायेगा तो संपन्न हो जायेगा, फिर दूसरों को सत्ता में जाने का मौका समाप्त हो जायेगा। आज इस राजनीतिक साजिश को दलित, अतिपिछड़ा समाज समझ चुका है इसलिए नये सिरे से गोलबंदी शुरू हो गया है। लोजपा (से) ने घोषणा किया कि 2020 में अतिपिछड़ा मुख्यमंत्री होगा। जबकि प्रदेश अध्यक्ष रामभरोस शर्मा ने कहा कि दलित-अतिपिछड़ा जागो, उठो और सत्ता पर कब्जा करो। वहीं पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्य प्रवक्ता विष्णु पासवान ने अपने संबोधन में कहा कि दलितों की दुहाई राजद गठबंधन और एनडीए दोनों दलों के नेता दे रहे हैं। चुनाव में दलितों की जय बोलते हैं और चुनाव के बाद दलितों की क्षय करते हैं। इसे समझना होगा। युवा लोजपा (से) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार पासवान ने युवा को आगे बढ़कर चुनाव जीतने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामप्रवेश यादव, शिवपूजन ठाकुर, राम गणेश शर्मा, नंद किशोर शर्मा आदि ने भी संबोधित किया।

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