झारखंड में फिर से लालू का दौर लौटता दिख रहा: उड़ी जेल नियमों की धज्जियां

CENTRAL DESK : राजद सुप्रीमो लालू यादव से शनिवार को मुलाकातियों से मिलने का दिन है, इसके इतर गुरुवार को ही एक साथ 12-15 लोगों ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से रांची के रिम्स में मुलाकात कर संदेश दे दिया है कि झारखंड में एक बार फिर से लालू यादव का पुराना दौर लौटता दिख रहा है। चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता लालू यादव बिरसा मुंडा जेल के कैदी हैं और वे करीब 11 गंभीर बीमारियों के चलते रांची के रिम्स में इलाज के लिए भर्ती है। नियम-कायदे को ताक पर रखकर गुरुवार को लालू से मिलने वालों का तांता लगा रहा। रिम्स के पेईंग वार्ड में सियासी सरगर्मी ऊफान पर रहा, आलम यह था कि बिहार के पूर्व मंत्री समेत दर्जनों नेता लालू से बिना रोक-टोक के मिले। इधर, जेल सूत्रों का कहना है कि लालू से 12-15 लोगों के मिलने के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। नियमों की मानें तो विशेष परिस्थिति में ही लालू से उनके पारिवारिक सदस्य या कोई विशिष्ट व्यक्ति मिल सकता है।
बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के जेल अधीक्षक अशोक चौधरी ने कहा कि हेमंत सोरेन, नरेंद्र सिंह और राजेंद्र सिंह को लालू से मिलने की विशेष अनुमति दी गई है। 12-15 लोगों के मिलने की जानकारी मुझे नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद रिपोर्ट मिलने पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
हेमंत सोरेन भी मिले: झारखंड विधानसभा चुनाव जीतने के बाद महागठबंधन के नेता और नामित युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से रिम्स में मुलाकात की। मुलाकात के बाद हेमंत ने कहा कि राज्य में सरकार गठन की प्रक्रिया चल रही है। राजद सुप्रीमो रिम्स में इलाजरत हैं। इसी वजह से उनसे मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लेने आया था। सरकार को पूरी तरह से स्थापित करने के लिए उनके दिशा-निर्देश की जरूरत है। उसके बाद बाकी अन्य चीजों पर आगे बात होगी। उन्होंने कहा कि हम किसी द्वेष भाव से राजनीतिक काम नहीं करते हैं। किसी राज्य को दिशा देने के लिए जितनी भूमिका सत्तापक्ष की होगी, उतनी ही भूमिका विपक्ष की होगी। लड़ाई-झगड़ा करके राज्य को दिशा नहीं दी जा सकती है। हेमंत ने कहा कि मेरा यह मानना है कि सारा काम बिल्कुल पॉजिटिव सोच के साथ संभव है। इसी सोच के साथ इस राज्य को दिशा देना चाहते हैं। इसलिए हमने रघुवर दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब उस एफआइआर को वापस लेने का भी निर्णय लिया है। लालू से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने रिम्स परिसर में बने ट्रामा सेंटर का भी जायजा लिया। वहां भर्ती मरीजों का हालचाल जाना। इस दौरान रिम्स के कर्मचारियों ने फूलों का गुलदस्ता देकर हेमंत सोरेन का स्वागत किया।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे प्रधानमंत्री: हेमंत ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री से भी समय मांगा था। वे भी इसमें शामिल होना चाहते थे। लेकिन व्यस्तता के कारण शायद वे शामिल नहीं हो पाएंगे। हम इस राज्य को सभी लोगों के सहयोग के साथ आगे ले जाना चाहते हैं। हेमंत ने इसके लिए सभी राजनीतिक दलों, पक्ष-विपक्ष से साथ देने की अपील की है। हेमंत सोरेन सीधा नई दिल्ली से राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे थे।

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