जेएनयू के बाहर 700 पुलिसकर्मी तैनात, दिल्ली पुलिस को मिले अहम सुराग, अब तक 4 एफआईआर दर्ज

CENTRAL DESK : जेएनयू परिसर में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले के बाद हंगामा और देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। इधर दिल्ली पुलिस ने जेएनयू मामले में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संवाददाताओं को बताया कि हिंसा मामले की जांच जारी है। इस मामले में एक बड़ी सुराग दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा को मिले हैं और हम उन पर काम कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के मामले को लेकर 2 गुटों में विवाद हुआ था। इस मामले को लेकर अब तक 4 एफआईआर दर्ज कराये गये हैं। सूत्रों के अनुसार जेएनयू व्यवस्थापक की शिकायत पर 4 जनवरी को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हाथापाई और पंजीकरण प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने को लेकर 2 और 3 एफआईआर दर्ज की गई थी। जेएनयू में रविवार की घटना को लेकर आज चौथी एफआईआर दर्ज की गई है।
रंधावा ने बताया फिलहाल क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है। जेएनयू में देर से पहुंचने के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने पुलिस नियंत्रण कक्ष को किये गए टेलीफोन पर और कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिये पेशेवराना अंदाज में काम किया। मंदीप सिंह रंधावा ने कहा कि जेएनयू की आंतरिक सुरक्षा विश्वविद्यालय प्रशासन के पास है। उन्होंने कहा, हमनें पुलिस नियंत्रण कक्ष को किये गए फोन और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर पेशेवर तरीके से जवाब दिया। परिसर में छात्रों पर नकाबपोश लोगों द्वारा किये गए हमले को लेकर शुरू की गई जांच के बारे में उन्होंने कहा कि अपराध शाखा को कुछ अहम सुराग मिले हैं और उन पर काम किया जा रहा है।
जेएनयू के बाहर 700 पुलिसकर्मी तैनात
विश्वविद्यालय के द्वार के बाहर करीब 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिये पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया है। जेएनयू में रविवार रात डंडों और रॉड से लैस नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद प्रशासन ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने वहां फ्लैग मार्च भी किया था।

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