BIHAR : जूनियर डॉक्टरों के मानदेय में वृद्धि, हड़ताल टूटने के 11 दिन बाद आदेश जारी

पटना। जूनियर डॉक्टरों की बेमियादी हड़ताल टूटने के 11 दिन बाद बिहार सरकार ने मानदेय से संबंधित आदेश जारी कर दिया है। मानदेय बढ़ाए जाने से पीजी स्टूडेंटस में काफी खुशी है। जेडीए सरकार और प्रधान सचिव को धन्यवाद दिया है।
सरकार के अपर सचिव कौशल किशोर ने जारी आदेश में कहा है कि विभागीय संकल्प सं 0-524 ( 1 ) 09.05.2017 द्वारा पीजी में अध्ययनरत छात्रों के मानदेय का निर्धारण किया गया था। इस संकल्प द्वारा पीजी छात्रों के मानदेय का निर्धारण तीन वर्षों पर किए जाने का प्रावधान बनाया गया था। इसी क्रम में राज्य के चिकित्सा/डेंटल महाविद्यालय के पीजी में अध्ययनरत छात्रों के मानदेय को 1 जनवरी 2020 से बढ़ाया जाता है। कौशल किशोर ने आदेश में कहा है कि दिनांक 1 जनवरी 2020 से मानदेय की राशि प्रथम वर्ष के पीजी छात्रों को 50 हजार की जगह अब 68,545 रुपए, द्वितीय वर्ष के पीजी छात्रों को 55 हजार के बदले 75,399 रुपए और तृतीय वर्ष के पीजी छात्र को 60 हजार रुपए के बदले 82,938 रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति के रूप में दिया जाएगा।
आदेश में यह भी कहा गया है कि अनाधिकृत अनुपस्थिति के मामले में प्रतिमाह की राशि में अनुपातिक कटौती करके ही राशि का भुगतान किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष के पीजी छात्रों को अधिकतम 12 माह के मानदेय का भुगतान मान्य होगा। आदेश में यह भी कहा गया है कि इस संकल्प को सर्वसाधारण की जानकारी के लिए बिहार राजपत्र के आगामी अंक में तुरंत प्रकाशित किया जाए।
बताते चलें जूनियर डॉक्टर मानदेय में वृद्धि को लेकर बीते 23 दिसंबर को हड़ताल पर चले गए थे। इस दौरान मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी। नौ दिनों तक चली हड़ताल के बाद स्वास्थ्य मंत्री और प्रधान सचिव के आश्वासन पर 31 दिसंबर की रात 10 बजे जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे थे।

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