एलन मस्क के बाद मेटा कंपनी में भी बड़े पैमाने पर लोगों की छंटनी करेंगे जुकरबर्ग, जाने पूरा मामला

नई दिल्ली। दुनिया में हाल ही में फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने अपने 11,000 कर्मचारियों को काम से निकाले जानें की ख़बरों की पुष्टि कर दी है। दरअसल यह खबरें बीते दिनों से आ रही थी कि कंपनी अपने खर्च को कम करने के लिए और कंपनी को हो रहे नुकसान को घटाने के लिए इस कदम को उठाने वाली है। लेकिन, बुधवार को चीजें साफ हुई और कंपनी ने अपने कुल 13 प्रतिशत कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिए जाने की बात पर हामी भर दी। अब देखने वाली बात होगी कि क्या कंपनी के तरफ से की जा रही इस छंटनी का असर भारतीय कर्मचारियों पर भी पड़ेगा। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप का संचालन करने वाली कंपनी मेटा द्वारा अपने वैश्विक कार्यबल में 13 प्रतिशत या 11,000 लोगों की कटौती करने की खबर के बाद उसके भारतीय कर्मचारी आशंकित हैं।

वही, अभी तक यह नहीं बताया गया है कि किस देश में कितनी कटौती की जाएगी। इस बीच, मेटा इंडिया के कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर अधर में हैं। मेटा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मार्क जकरबर्ग द्वारा कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा के बाद कंपनी के अधिकारी इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं थे। वही एक अनुमान के मुताबिक, भारत में मेटा के 300-400 कर्मचारी हैं। सबसे छोटी टीम व्हाट्सएप में 60 से अधिक कर्मचारियों की है। मेटा इंडिया ने एक ईमेल के जवाब में कहा- हम विशिष्ट टीम पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में ब्योरा नहीं दे रहे हैं। मेटा इंडिया से विशेष देश पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछा गया था। इस महीने की शुरुआत में मेटा इंडिया के प्रमुख अजीत मोहन ने इस्तीफा दे दिया था। वह फरवरी से प्रतिद्वंद्वी स्नैप में शामिल होने जा रहे हैं।

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