राम मंदिर में अगले 4 दिन नहीं होंगे वीआईपी दर्शन, रामनवमी को लेकर प्रशासन का आदेश जारी

अयोध्या। रामलला के भव्य मंदिर में विराजने के बाद पहली रामनवमी पर रामनगरी में भक्तों की काफी भीड़ जुट रही है। रामनवमी मेले में कई लाख भक्तों के जुटने की उम्मीद है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 15 से 18 अप्रैल तक 4 दिनों तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा आरती पास को भी निरस्त कर दिया गया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक पहले से की गई ऑनलाइन बुकिंग को भी कैंसिल कर दिया गया है। सोमवार को मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र और ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जन्मभूमि परिसर में रामनवमी मेले की तैयारी का जायजा लिया। ट्रस्ट के सदस्य डॉ। अनिल मिश्रा बताया कि परिसर में यात्री सुविधा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार मंदिर परिसर हो रहे रामनवमी कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने को तैयार हैं। परिसर को फूलों से सजाया जा रहा है तो वहीं राम मंदिर में रामनवमी के दिन भव्य उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को रामलला के दिव्य दर्शन भी प्राप्त होंगे। इसे लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रशासनिक अधिकारियों ने खास इंतजाम किए हैं। ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि रामनवमी के दिन जन्मभूमि पथ से रामलला के दर्शन के लिए 7 लाइनों से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे। मंदिर परिसर के बाहर निकलने के दौरान रामलला का प्रसाद भी उन्हें दिया जाएगा। दर्शन व्यवस्था में सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। श्रद्धालु शांतिपूर्ण और सुरक्षा मानकों के तहत ही राम मंदिर में प्रवेश करेंगे। श्रद्धालु अपने साथ मोबाइल, जूता-चप्पल समेत अन्य सामानों को लेकर दर्शन के लिए मंदिर में न पहुंचें। रामनवमी पर रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। शहर को 7 जोन और 39 सेक्टर में बांटा गया है। इसमें सिविल पुलिस, आरएएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी को तैनात किया गया है। सरयू घाट से लेकर मंदिर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रामपथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ पर बैरियर के माध्यम से भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा। आसपास के जनपदों से जुड़ने वाले मार्ग पर सुगम यातायात व्यवस्था को लेकर आईजी प्रवीण कुमार ने गोंडा और बस्ती जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन किया। पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन सिंह बताया कि इस बार रामनवमी पर अयोध्या में काफी भीड़ जुटने की संभावना है। संपूर्ण मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टर में विभाजित करने के साथ ही मुख्य स्टैटिक प्वाइंट भी बनाए गए हैं। प्रत्येक जोन में अपर पुलिस अधीक्षक और सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक व इंस्पेक्टरों की अधिकारी बनाए गए हैं। स्टैटिक प्वाइंट बनाए गए हैं, उसमें इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल को लगाया गया है। घाट को सुरक्षित करने के लिए जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बाढ़ राहत के दो पीएसी कंपनी को भी लगाया गया है। मेला क्षेत्र को लेकर 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 150 इंस्पेक्टर, 400 सब इंस्पेक्टर और 1100 कांस्टेबल मिले हैं।

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