पुलिस-ग्रामीणों में हिंसक झड़प : पटना के रानीतालाब में पुलिस ने घर में घुसकर महिलाएं, बच्चे व बुजुर्गों को जमकर पीटा, दर्जनों घायल

पालीगंज। पटना के पालीगंज अनुमंडल अंतर्गत के रानीतालाब में बुधवार देर रात पुलिस-ग्रामीणों के बीच में हिंसक झड़प हो गई। जीतन छपरा गांव में देर रात गोलीबारी, आर्म्स एक्ट और ट्रैक्टर चोरी के आरोपी धर्मनाथ यादव को गिरफ्तार कर लौट रही पुलिस पर कुछ ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। लोगों ने गाड़ी से खींचकर एक जवान को जमकर पीटा और उसकी राइफल भी लूट ली। पुलिस ने जब विरोध किया तो ग्रामीणों ने पथराव करने के साथ ही गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस पर हमला करने वालों में रेत माफिया भी थे। घटना में थानाध्यक्ष सतीश कुमार, जवान मोहन सिंह व एक अन्य घायल हो गए। तीनों को विक्रम अस्पताल लाया गया। हालांकि धर्मनाथ को दूसरी गाड़ी से ले जाया जा रहा था। पुलिस उसे थाने लेकर पहुंच गई।


ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस दल-बल के साथ जीतन छपरा गांव पहुंची और ग्रामीणों को जमकर पीटा। घर में घुसकर लोगों को पीटा। गांव की महिलाओं को पुलिस ने इतना पीटा है कि उन्हें अपने जख्म दिखाने में भी शर्म आ रही है। पुलिसिया कार्रवाई में दर्जनों लोग घायल हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
महिलाओं ने बताया कि पास के गांव में शादी का माहौल था और बाहर से परिवार के लोग शादी में शामिल होने आए थे, लेकिन पुलिस ने बारातियों को भी नहीं छोड़ा। बारात में आई महिलाओं और बच्चों को भी जमकर पीटा। देर रात गांव में भगदड़ मच गई, लोग इधर-उधर बचने के लिए भागने लगे, लेकिन पुलिस वालों ने एक को भी नहीं छोड़ा। महिलाओं को तो पुलिस ने इस कदर पीटा कि वे अपने जख्म भी दिखाने में शर्मा रही हैं। इस दौरान पुलिस ने गांव में लगी गाड़ियों को भी तहस-नहस कर डाला।
गांव की महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जबरन घरों में घुसकर गहने और पैसे भी लूट लिए। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से शिकायत करते हुए कहा कि पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों पर भी लाठियां चलाई गई हैं। जो लोग पुलिस के साथ झड़प में शामिल नहीं थे, पुलिस ने उन्हें भी निशाना बनाया। पुलिस की इस बर्बरता से लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से कर दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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