PATNA : फुलवारी शरीफ में आतंक की पाठशाला में पढ़ाने वाला प्रशिक्षक समेत दो गिरफ्तार

* कई लोग हिरासत में, 26 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
* बेउर जेल के विशेष सेल में बंद दोनों आतंकियों पर जेल प्रशासन का सख्त पहरा
* झारखंड पुलिस सेवा से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर जलालुद्दीन की गिरफ्तारी का माले विधायक ने किया विरोध


फुलवारी शरीफ (अजीत)। पटना के फुलवारी शरीफ में देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त और कथित रूप से आतंक की पाठशाला चलाने वाले 2 लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है। फुलवारी शरीफ में देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों के एसडीपीआई संगठन से जुड़े होने के खुलासा होने के बाद इस संगठन से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। दर्जनों लोग अपने-अपने घर छोड़कर फरार हो चुके हैं। इस मामले में फुलवारी शरीफ थाना में 26 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। वहीं बुधवार को आधी रात पुलिस टीम ने इस मामले में आतंकी पाठशाला में प्रशिक्षण देने वाला प्रशिक्षक अरमान मलिक को अल्वा कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया है।
एएसपी मनीष कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया कि अरमान मलिक अथर्ववेद के संगठन और उसके कार्यों में बराबर शामिल होता था। वहां नया टोला के अहमद पैलेस में बाहर से आए लोगों को देश के विरुद्ध चलाया जा रहे मिशन के बारे में ट्रेनर का काम कर रहा था। इसके अलावा दर्जनों लोगों पर पुलिस की कड़ी नजर है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस मामले में कुल 26 लोगों को नामजद कराया गया है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है।


पुलिस का कहना है कि पीएफआईआर, एसडीपीआई जैसे संगठन को धन मुहैया कराने वाले लोगों को बक्सा नहीं जाएगा। फुलवारी शरीफ में एसडीपीआई से जुड़े तमाम लोगों की खोजबीन शुरू हो गई है, साथ ही इस संगठन को धन मुहैया कराने वालों की भी तलाश की जा रही है। जांच में बिहार पुलिस के साथ साथ एनआई और एटीएस भी लग चुकी है।
उधर दूसरी तरफ गिरफ्तार आंतकी अतहर परवेज और जलाउद्दीन अहमद को देर रात पुलिस ने बेउर जेल भेज दिया। बेउर जेल में दोनों को विशेष सेल में रखा गया है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जेल सूत्रों के मुताबिक समय समय पर इनको भोजन दिया जाता और डाक्टरों द्वारा जांच किया जाता है।
बता दें फुलवारी शरीफ का नया टोला इलाका सुबह से देर रात तक गुलजार रहता है, मगर यहां आतंक की पाठशाला और गिरफ्तारी की खबर के बाद लोग हैरत में पड़ गये। कई तरह की चर्चा का बाजार गर्म था। लोग सड़क के किनारे खड़े हो कर इधर उधर हैरत की नजर से देख रहे थे। वहीं जलालउद्दनी के अहमद पलैसे बंद था। लोग चर्चा कर रहे थे कि अभी हाल ही में कई राज्यों से यहां लोग आये थे।
इस बीच गुरुवार देर शाम नया टोला में एक बैठक कर स्थानीय माले विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि केंद्र और बिहार की सरकार बिहार में यूपी की तर्ज पर लोगों को परेशान कर रही है। विधायक ने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाकर झारखंड से रिटायर सब इंस्पेक्टर जलालुद्दीन को जेल भेजने की कार्रवाई का भाकपा माले पूरजोर विरोध करती है। बिहार की एनडीए सरकार अकिलियत समुदाय को निशाना बना रही है।

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