महिला सशक्तिकरण के मामले में पूरे देश के रोल मॉडल हैं नीतीश कुमार : राजीव रंजन

पटना। आज पटना के पहाड़ी में पूर्व उप महापौर प्रत्याशी सीमा पटेल तथा अखिल भारतीय धानुक महासंघ की महिला मोर्चा अध्यक्ष पिंकी देवी के नेतृत्व में अतिपिछड़ा समाज की महिलाओं का सम्मेलन आयोजित किया गया। वही इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर JDU के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन सम्मिलित हुए। वही इस अवसर पर अखिल भारतीय धानुक महासंघ के अध्यक्ष व JDU के वरिष्ठ नेता शंकर प्रसाद, उपाध्यक्ष विजय कुमार राय समेत लगभग एक हजार से अधिक महिलाओं की मौजूदगी रही। वही इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए JDU के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन ने नीतीश कुमार को महिला सशक्तिकरण के मामले में पूरे देश का रोल मॉडल बताया। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के समग्र विकास व सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जितने काम किये हैं वह पूरे देश में एक मिसाल है। महिलाओं की शिक्षा से लेकर रोजगार तक के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गयी क्रांतिकारी योजनाओं ने आज बिहार की महिलाओं का जीवन बदल दिया है। यही वजह है कि पहले जहां महिलाएं घर से बाहर निकलने में झिझकती थीं वहीं आज वह हर क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के कारण ही बिहार देश का पहला राज्य बना। जहां, महिलाओं को सरकारी नौकरी में सशक्त हिस्सेदारी दिलाने के लिए 35 फीसदी का आरक्षण दिया गया। सरकार ने महिलाओं के लिए शिक्षा विभाग की नौकरियों में 50 प्रतिशत तक आरक्षण का प्रावधान भी किया है।

सरकार के इस कदम से नियोजित शिक्षकों की कुल संख्या 3 लाख 51 हजार में करीब 2 लाख से अधिक महिलाएं हैं। वहीं सरकारी दफ्तरों में पोस्टिंग में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसी के परिणाम स्वरूप आज राज्य में 29,175 महिलाएं पुलिस विभाग में काम कर रही हैं। गौरतलब हो कि यह संख्या देश के किसी भी राज्य से ज्यादा है। जदयू महासचिव ने कहा कि इसी सरकार ने महिलाओं की नेतृत्व क्षमता पर भरोसा जताते हुए उनकी आधी आबादी के अनुरूप पंचायत और नगर निकायों के चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाओं के जन्म से लेकर शिक्षा तक भी विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री बालिका साइकिल व पोशाक योजना लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में गेम चेंजर योजना साबित हुई। इससे स्कूलों में लड़कियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। आज स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो चुकी है। राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बिहार में इंटरमीडिएट पास अविवाहित लड़कियों को 25 हजार रुपये और स्नातक पास लड़कियों को 50 हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान किया है। इसके अलावा मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में नामांकन में 33 प्रतिशत सीट लड़कियों के लिए कर दिया गया है। ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। वही इस कार्यक्रम में उमा देवी, हेमन्ती देवी, श्रीमती सुदमीया देवी, चंचला कुमारी, गीता देवी, विजय कुमार राय, जलेश्वर महतो, देवेन्द्र महतो, अनिल सरदार, अनुज मंडल, बैजनाथ मंडल, अमित कुमार, संजू देवी, सुखिया देवी, सविता देवी आदि की सक्रिय सहभागिता रही।

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