सक्षमता परीक्षा के विरोध में मशाल जुलूस में शामिल होने वाले शिक्षकों की खैर नही, विभाग ने मांगी रिपोर्ट

पटना। बिहार में सक्षमता परीक्षा के विरोध में मशाल जुलूस में शामिल होने वाले नियोजित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक ने सभी जिला अधिकारी को यह निर्देश दिया है। इस संबंध शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के कलेक्टर को पत्र लिखा गया है। जिसमें साफ-साफ लिखा हुआ है कि विभाग को यह सूचना मिल रही है कि सक्षमता परीक्षा के विरोध में विभिन्न जिलों में नियोजित शिक्षकों से जुड़े संगठन और शिक्षक मशाल जूलूस निकालकर आंदोलन कर रहे हैं। यह काम शिक्षकों के आचरण के खिलाफ है। शिक्षा विभाग ने डीएम को निर्देश देते हुए कहा कि स्थानीय समाचार पत्र, सोशल मीडिया और अन्य एजेंसियों से सूचना लेकर मशाल जुलूस और आंदोलन में शामिल शिक्षकों को चिन्हित करें। इन्हें चिन्हित हीं नहीं बल्कि कठोर अनुशासनिक कार्रवाई करें। साथ ही शिक्षकों के खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी गई है। नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में बैठना और इसे पास करना कंपलसरी कर दिया गया है। पास नहीं किए जाने पर नौकरी से निकाल दिए जाएंगे। नियोजित शिक्षकों को चार मौके दिए जाएंगे। जिसमें से तीन परीक्षा में बैठना जरूरी होगा। अगर वे तीन परीक्षाओं में लगातार फेल हो जाते हैं तो नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। वहीं, पास होने पर एक्सक्लूसिव टीचर कहलाएंगे।

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