पटना ने मिला पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक का कनेक्शन, गजवा-ए-हिंद का सक्रिय सदस्य मरगूब दानिश गिरफ्तार

  • व्हाट्सएप ग्रुप से कर रहा था देश विरोधी प्रचार
  • 26 लोग नामजद, 23 हो गए भूमिगत

फुलवारीशरीफ, (अजीत)। पटना के फुलवारी शरीफ से FIRSDPI संगठन की आड़ में देश विरोधी मुहिम चलाने वालों की गिरफ्तारी के दौरान ही पटना पुलिस की विशेष टीम को फुलवारीशरीफ से संचालित हो रहा है एक व्हाट्सएप ग्रुप के बारे में पता चला जो सीधे सीधे पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत कई इस्लामिक देशों से जुड़ा हुआ था। पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक और जम्मू एंड कश्मीर के आतंकी संगठन गजवा-ए-हिंद का सक्रिय सदस्य फूलवारीशरीफ के ईसापुर नहरपुरा पेट्रोल लाइन इलाके से पकड़ा गया है। कश्मीर के गजवा-ए-हिंद संगठन का सक्रिय सदस्य और फुलवारी में एक व्हाट्सएप ग्रुप गजवा-ए-हिंद का एडमिन बना मरगूब दानिश उर्फ ताहिर युवाओं को इस ग्रुप से जोड़ कर देश विरोधी अभियान को प्रचारित प्रसारित कर रहा था। वही BFI और SDPI संगठन प्यार में देश विरोधी गतिविधियां चलाने वाले गिरफ्तार अतहर परवेज और जलालुद्दीन के बाद तीसरे आरोपी अरमान मलिक को भी बेउर जेल भेज दिया गया इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में देश की कई इंटेलिजेंस एजेंसियों की टीम शामिल है। वहीं इस मामले में 26 लोगों को नामजद कराए जाने की जानकारी मिलते ही 23 लोग भूमिगत हो गए।
फुलवारी में पाकिस्तान के आतंकी संगठन का कनेक्शन मिलने की जानकारी मिलते हैं बिहार के पुलिस मुख्यालय से लेकर दिल्ली के विदेश मंत्रालय तक हड़कंप मच गया। इसको सूचना मिलते ही पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसएसपी पटना के नेतृत्व में फुलवारी के एडिशनल एसपी मनीष कुमार सिन्हा और फुलवारी थाना अध्यक्ष इकरार अहमद समेत कई दूसरे थानाध्यक्ष और भारी पुलिस टीम ईसापुर पेट्रोल इलाके में छापेमारी की जहां से आतंकी दानिश मरगूब को गिरफ्तार कर लिया गया। दानिश मरगूब के व्हाट्सएप में जो नक्शा बना हुआ मिला है वह भारत बांग्लादेश और पाकिस्तान को मिलाकर बनाया हुआ है। इसने अपने मोबाईल में दो ग्रुप बना रखा था। एक ग्रुप में 181 लोग जुड़े हुए थे जिसमें सभी पाकिस्तान के एवं दूसरे ग्रुप में बंगलादेश,पाकिस्तान के लोग थे। दोनों ग्रुप का दानिश एडमिन था और ग्रुप बनाने वाला पाकिस्तान फैजान था। इसका सीधा संबंध गजवा-ए-हिन्द काश्मिर के आतंकी संगठन जिसका कमांडर मुशा वर्ष 2019 में मुठभेड़ मारा गया था। इसके साथ ही पाकिस्तान का आतंकी संगठन तहरिक-ए-लब्बैक से भी वह जुड़ा हुआ था। शुक्रवार की देर शाम एसएसपी पटना फुलवारी शरीफ डीएसपी कार्यालय पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया।


भारत में 2023 में जिहाद कराने की थी योजना
भारत में वर्ष 2023 में जिहाद करने की योजना बनाने वाले एक इस्लामी कट्टरपंथी मरगूब दानिश उर्फ ताहिर को पटना पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। गजवा-ए-हिन्द नाम से व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित करने वाले मरगूब दानिश उर्फ ताहिर को पटना के फुलवारी शरीफ के ईसापुर इलाके से से गिरफ्तार किया गया। पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि पाकिस्तान मूल के फैजान ने गजवा-ए-हिन्द नाम से एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया गया। उसने ताहिर को इसका एडमिन बनाया था और इस ग्रुप में 181 लोगों को जोड़ा गया था। ताहिर पहले खाड़ी के देश में रहता था। इन लोगों ने वर्ष 2023 में भारत में डायरेक्ट जिहाद नाम से चैट कर योजनायें बनाई थी। इसमे अधिकांश लोगों को जोड़ा गया था। उन्होंने कहा कि गजवा-ए-हिन्द नाम से बने व्हाट्सअप ग्रुप में भारत के अलावा पाकिस्तान, यमन और बंगलादेश से लोग जुड़े हैं। इस ग्रुप के आलावा एक और व्हाट्सअप ग्रुप भी हाल ही बनाया गया थी जिसमें 10 सदस्य शामिल है। ये लोग पाकिस्तान और बंगलादेश से जुड़े हैं। इन दोनों ग्रुपों से कट्टरपंथी सोच को फैलाना और भारत विरोधी गतिविधियों और विचारों को संचालित करना है। वही ढिल्लो ने कहा कि आज जो गिरफ्तारी हुई है वह एक अलग अलग मामला है। जबकि पटना के फुलवारीशरीफ से जो पहले गिरफ्तारी हुई है वह पीएफआई के अतहर परवेज और ज्ल्लालुद्दीन की हुई थी। वे लोग वर्ष 2047 में भारत में इस्लामिक राष्ट्र बनाने की योजना बना रहे थे। उन दोनों की गिरफ्तारी अलग है जबकि शुक्रवार को हुई मरगूब दानिश उर्फ ताहिर की गिफ्तारी अलग मामला है। लकी पुलिस दोनों मामलों का कनेक्शन भी खंगाल रही है।
देश के खिलाफ जिहाद का नारा बुलंद करने वाला मरगुब दानिश 14 सालों तक गल्फ देशों में नौकरी किया और लॉक डाउन में वापस आने के बाद फिर नहीं गया। वह वर्ष 2016 में जगवा-ए-हिन्दू और तहरिक-ए-लब्बैक संगठन से जुड़ गया था। यह प्रति दिन तरह तरह का पोस्ट इन दोनों ग्रुप में डालता और जिहाद की बात करता था। इस का मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की मुहिम चलाना था। इसके लिए वह लगातार विदेशों से भी संपर्क में रहता। उसने भारत का पुरान नक्शा को ग्रुप के वाल पर लगा कर उस पर पाकिस्तानी झंडा लगा दिया था। भारत के पुराने नक्शें में श्रीलंका अफगान सभी को जोड़ दिया था। मरगूब दानिश पिता सैफुउद्दीन मूल रूप से बिथो शरीफ का रहने वाला है इसका जन्म वर्ष 1996 में फुलवारी शरीफ में हुआ। इसके परिवार के कई सदस्य पाकिस्तान के कराची में रहते हैं। दानिश ने हाफिज,बस्तानिया एवं फोकानिया की पढ़ाई करने के बाद वर्ष 2006 में गल्फ देश में नौकरी करने चला गया और 14 साल तक वहां नौकरी करने के बाद जब वह लॉक डाउन में आया तो फिर नहीं गया। दानिश गल्फ देश में ही नौकरी करने के दौरान पाकिस्तानी संगठन तहरिक-ए-लब्बैक और गजवा-ए-हिन्द से जुड़ गया।

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