PATNA : पाटलिपुत्रा इंडस्ट्रियल एरिया के निजी अस्पताल ने पैसे नही देने पर शव को बनाया बंधक, विवाद बढ़ता देख 10 हजार में सौंपी बॉडी

बिहार। पटना के पाटलिपुत्रा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक बड़े निजी अस्पताल पर डेढ़ लाख रुपए के लिए शव को बंधक बनाने का आरोप लगा है। छपरा की रहने वाली मरीज 23 जनवरी से हॉस्पिटल में भर्ती थी। बुधवार की रात 12 बजे पीड़िता की मौत हो गई। घर वाले गुरुवार की सुबह से शव की मांग कर रहे थे, लेकिन अस्पताल शव के लिए डेढ़ लाख रुपए की डिमांड की जा रही थी। अंतत: 10 हजार रुपए लेकर दोपहर 3 बजे बाद परिजनों को शव सौंपा गया। पटना के निजी अस्पतालों में अक्सर ऐसा होता है, जबकि सुप्रिम कोर्ट की गाइडलाइन है शव को एक घण्टे से अधिक समय तक अस्पताल नहीं रख सकता। परिवार वालों ने इलाज में लापरवाही के साथ जबरन पैसा वसूलने का आरोप लगाया है। छपरा की रहने वाली पूजा गुप्ता का कहना है कि उनकी मां शांति देवी को हार्ट की समस्या थी। इलाज के लिए 23 जनवरी को पाटलिपुत्रा के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। पूजा का कहना है कि इलाज के दौरान अब तक हॉस्पिटल में डेढ़ लाख से अधिक जमा करा लिया गया।

इस दौरान 50 हजार से अधिक दवा में ले लिया गया। परिवार वालों का कहना है कि इलाज से हालत में सुधार नहीं हुआ। आरोप तो इलाज में लापरवाही का भी लगाया गया। उनका कहना है कि बुधवार की रात 12 बजे शांति देवी की मौत हो गई और इसके बाद हॉस्पिटल डेढ़ लाख रुपए की डिमांड में शव को नहीं दे रहा था। वही मृतका की बेटी पूजा का आरोप है कि अस्पताल पूरी तरह से अमानवीय हो गई। कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इतना पैसा लेने के बाद भी इलाज ठीक से नहीं किया गया और मौत होने के बाद अब पैसा वसूला गया। आरोप है कि हॉस्पिटल पूरी तरह से अमानवीय है, 12 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी डेड बॉडी नहीं दी जा रही थी।

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