पटना समेत पांच जिलों में बारिश का अलर्ट, तेज हवाएं चलने से गर्मी से मिलेगी राहत

  • राज्य में 15 मई से प्री-मानसून बारिश की संभावना, मौसम में आएगा बड़ा बदलाव

पटना। राज्य भर में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग ने पटना समेत बिहार के पांच जिलों में मंगलवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा तीन अन्य जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार की देर रात मौसम ने अचानक करवट ली और पटना, समस्तीपुर, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में तेज बारिश के साथ 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, जिससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में 15 मई की रात से मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। 15 से 17 मई के बीच उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य, उत्तर-पूर्व, दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार में आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है। विभाग का कहना है कि इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जो गर्मी से जूझ रही जनता के लिए राहत की खबर है। वहीं, हीट वेव को लेकर राज्य के 31 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है और लू का असर बना हुआ है। पटना और मोतिहारी राज्य के सबसे गर्म जिलों में शामिल रहे, जहां अधिकतम तापमान 41 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। गया, रोहतास और मुजफ्फरपुर में भी तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा। जिन जिलों में हीट वेव का अलर्ट जारी किया गया है, उनमें अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, खगड़िया, लखीसराय, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पटना, रोहतास, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान और वैशाली शामिल हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में बिहार में पछुआ हवा का प्रभाव है, लेकिन 15 मई के बाद पुरवैया हवा चलने लगेगी। बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाएं बिहार की ओर बढ़ेंगी, जो राज्य के गर्म वातावरण से टकराकर आंधी और बारिश का कारण बन सकती हैं। इससे लू और भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। हालांकि विभाग ने यह भी चेताया है कि आंधी और बारिश के दौरान सतर्कता बरतना जरूरी है। तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने, बिजली कटौती और अन्य आपदाजनक स्थितियों का खतरा बना रह सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि खराब मौसम के दौरान घरों में ही रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। प्री-मानसून की दस्तक से जहां एक ओर किसानों को राहत मिल सकती है, वहीं आम जनजीवन के लिए भी यह बदलाव राहतकारी साबित हो सकता है। बावजूद इसके, मौसम के इस उतार-चढ़ाव से सतर्क रहना आवश्यक है।

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