सीतामढ़ी में पुलिस ने हत्याकांड का किया उद्भेदन; 5 महीने पहले दादा ने दुष्कर्म कर पोती की हत्या की, गिरफ्तार

सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी में दादा-पोती के रिश्ते को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। पुलिस ने 5 महीने पहले युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले का उद्भेदन करते हुए बताया कि उसके दादा ने ही घटना को अंजाम दिया था। पूरे मामले की जानकारी मंगलवार को समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में आईजी शिवदीप लांडे ने प्रेस वार्ता कर दी। दरअसल 5 महीने पहले 8 जुलाई 2023 को डुमरा थाना क्षेत्र के मिरर्चाइया गांव में एक युवती के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने इसको लेकर न्यायालय में परिवार पत्र दायर किया था। मामला संज्ञान में आने के बाद डुमरा थाना कांड संख्या 372/23 में एसपी मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया। अब एसआईटी ने मामले की जांच करते हुए मामले का खुलासा कर लिया है। तिरहुत क्षेत्र के आईजी शिवदीप लांडे ने बताया कि जांच में पाया गया कि दादा ने ही अपने पोती की हत्या की थी। जांच के क्रम में जब निजी नर्सिंग होम का सीसीटीवी फुटेज देखा गया, तो उसमें भी नर्सिंग होम प्रबंधक के द्वारा छेड़छाड़ की गई थी। आईजी ने कहा कि हत्या के 10 दिन बाद मृतका के पिता ने न्यायालय में परिवार पत्र दायर किया था, जिसके बाद एसआईटी के द्वारा दो दर्जन लोगों के बयान लिए गए और साक्ष्य भी इकट्ठा किया गया। जल्द ही आरोपी दादा की गिरफ्तारी होगी। आईजी ने कहा कि हत्या के 5 माह बाद मृतका के घटना के समय पहने हुए कपड़े और वीडियो रिकॉर्डिंग को एसआईटी ने जब्त कर लिया है। साक्ष्य के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जा रही है। जिस हॉस्पिटल में लड़की को भर्ती कराया गया था, वहां का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। घर वालों ने लड़की का दाह संस्कार पुलिस को बिना बताए ही कर दिया, ऐसे में अन्य लोगों की भी भूमिका संदिग्ध पाई जाती है। आगे की जांच में जो दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में डुमरा थाना के तत्कालीन थाना अध्यक्ष जन्मेजय राय पर विभागीय कार्रवाई चलेगी। आईजी ने बताया कि उसकी लापरवाही के कारण ही समय से कांड का खुलासा नहीं हो सका। वहीं बच्ची के साथ हुई घटना को अलग एंगल देने की कोशिश थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जिन लोगों की भूमिका होगी सभी पर कार्रवाई की जाएगी। वही इस मामले पर आईजी शिवदीप लांडे ने बताया की लड़की के दादा ने ही ऑनर किलिंग की घटना को अंजाम दिया है। एसपी मनोज कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर पूरे मामले की छानबीन की गई। दो दर्जन लोगों से पूछताछ की गई। हर बिंदु पर जांच पड़ताल की गई, जिसके बाद उसके दादा, जो होमगार्ड के जवान थे उनपर शक की सूई गई। उनकी बड़ी बहु को भी ऐसे ही जला दिया गया था, जिसमें कोई एफआईआर रेजिस्टर्ड नहीं है।

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