BIHAR : PM मोदी करते रहे मन की बात, विरोध में थाली बजाते रहे किसान महासभा के कार्यकर्ता

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के विरोध में बिहार में अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर कृषि कानून वापस लेने की मांग की। किसान महासभा ने ‘मन की बात की नौटंकी बंद करो…, कृषि बिल वापस लो…’ के नारे लगाए। राजधानी पटना सहित राज्य के ग्रामीण इलाकों में भी थाली पीटी गई। पटना में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह के नेतृत्व में छज्जूबाग स्थित भाकपा-माले विधायक दल कार्यालय में थाली बजाई गई। पटना के अलावा भोजपुर, सीवान, अरवल, जहानाबाद, समस्तीपुर, गया, गोपालगंज, पूर्णिया, भागलपुर आदि जिलों में किसान महासभा के बैनर तले थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।


इधर, फुलवारी में महासभा के आह्वान पर दर्जनों गांव में किसानों ने माले कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होकर थाली पीट नए कृषि कानूनों का पुरजोर विरोध किया। माले प्रखंड सचिव गुरूदेव दास ने बताया कि प्रधानमंत्री आज अपने मन की बात कर रहे हैं और किसानों की बात नहीं सुनते हैं, इसलिए आज इसके विरोध में थाली पीटते हुए किसान विरोधी काला कानून वापस लो, अन्नदाता को गुलाम बनाने वाले कानून वापस लो और 2020 बढ़े बिजली बिल वापस लो आदि नारे के साथ अब्दुल्लाह चक, पलंगा, कुरकुरी, ब्रह्मपुर, गोनपुरा, अधपा सहित दर्जनों गांवों में थाली पीटी गयी। कार्यक्रम में कामरेड शरिफा माझी, देवी लाल पासवान, मनु सम्राट, मदन पासवान, अजय माझी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
पूरे बिहार से 10 हजार किसानों की होगी गोलबंदी 
किसान नेता रामाधार सिंह ने कहा कि विगत एक महीने से अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलनरत हैं। कड़ाके की ठंड ने अब तक कई किसानों की जान ले ली है, लेकिन मोदी सरकार पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने, बिजली बिल 2020 वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद की गारंटी करने आदि सवालों पर 29 दिसंबर को आयोजित राजभवन मार्च में भी किसानों के आक्रोश का इजहार होगा। इस कार्यक्रम में पूरे राज्य से 10 हजार किसानों की भागीदारी होगी। यहीं नहीं, महासभा के कार्यकर्ता किसानों के आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए एक जनवरी को पूरे देश और बिहार में भी किसान संविधान की प्रस्तावना का पाठ करेंगे और आखिर तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लेंगे।

About Post Author

You may have missed