बाढ़ का साया: कभी भी टूट सकता है पुनपुन नदी का पटना सुरक्षा बांध, हाई अलर्ट पर जिला प्रशासन

* पुनपुन नदी में उफान, रेल पुल पर चढ़ा पानी, धीमी गति से हो रहा ट्रेनों का परिचालन
* मुजाहिद पुर और मोहिउद्दीनपुर में टूटा रिंग बांध, बंगला पर सुरक्षा बांध के फाटक से हो रहा रिसाव
* प्रशासनिक महकमे से लेकर ग्रामीणों में हड़कंप, पुनपुन बाजार में घुसा बाढ़ का पानी

फुलवारी शरीफ। पुनपुन नदी के आई उफान और भारी जल धारा के बढ़ाते दबाव के बाद रेलवे पुल पर बाढ़ का पानी आ जाने से रेलवे ने पटना-गया रेलखंड पर इस पुल के पास से गुजरते समय सभी ट्रेनों की रफ़्तार पर ब्रेक लगाते हुए काफी धीमी गति से रेल परिचालन कराया जा रहा है। गुरुवार को पुनपुन में 3 सेमी पानी बढ़ गया है। पुनपुन नदी के रिंग बांध से पानी का बहाव हो रहा है। मुख्य बांध पूरी तरह सुरक्षित हैं। जल संसाधन और सिंचाई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जिला प्रशासन के साथ मुख्य बांध पर नजर बनाए हुए हैं। 10 इंजीनियरों की तैनाती की गई है और वरीय अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं। पुनपुन बाजार में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे बाजार की दुकानें और घर जलमग्न हो गये हैं। अचानक बाजार में पुनपुन नदी का पानी आने से लोगों में हडकम्प मच गया े कई दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही पुनपुन नदीं के जलस्तर में गुरवार को भी बढ़ोतरी से कई रिंग बांध टूट गये और बाढ़ का पानी ओवर फ्लो कर गांव में प्रवेश कर गया। वहीं बंगला पर का सुरक्षा बांध का फाटक से भारी जल धारा के दबाव में पानी रिसने लगा। वहीं पास मुजाहिदपुर और मोहिऊद्दिनपुर में रिंग बांध टूट गया है। अधिकांश रिंग बांधों को पार कर पुनपुन नदी का पानी बह रहा है, जिससे अब बाढ़ का खतरा पूरी तरह मंडराने लगा है। लगातार पानी के बढ़ते भारी दबाव के चलते उफनाई पुनपुन नदी की जलधारा अब बौराने पर उतारू हो चुकी है। एक दर्जन से अधिक रिंग बांध टूट चुके हैं और अधिकांश रिंग बांध के ऊपर ओवर फ्लो से बह रही पुनपुन नदी पटना सुरक्षा बांध को तोड़ने के लिए पूरा जोर लगा रही है। गुरुवार को दोपहर से पहले ही सकरैचा बंगला पर सुरक्षा बांध में तेज रिसाव होने लगा है, जिसके दबाव में कभी भी सुरक्षा बांध टूट सकता है। वही बकपुर के पास रिंग बांध को पार कर भारी जल धारा पुनपुन के रिहायशी इलाके में प्रवेश कर गया है, जिससे पुनपुन बाजार और सैंकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। पुनपुन के बौराने से उफनाती नदी की धारा अब कई गांवों और रिहायशी इलाके में प्रवेश कर चुका है। पुनपुन नदी में उफान के चलते बकपुर के पास सुरक्षा गेट भी टूट गया। इस गेट को 100 से अधिक मजदूरों ने घंटों तक कड़ी मशक्कत के बाद ठीक किया। गेट को ठीक करने के लिए 100 मजदूर ने करीब 500 बोरे लगाए। मजदूरों की तीन घंटे की मेहनत के बाद बांध के गेट को सही किया गया। पुनपुन और परसा बाजार के मध्य स्थित ब्रिज संख्या-21 पर पुनपुन नदी का पानी चढ़ जाने की वजह से रेल परिचलान को धीमी करना पड़ा। गुरुवार की दोपहर बाद करीब साढ़े चार बजे पुनपुन नदी का पानी रेलवे ब्रिज पर आ गया। लिहाजा रेल प्रशासन ने परिचालन धीमी गति से कराने का निर्णय लिया है। इससे इस रुट की कई गाड़ियां देर से चल रही है।
पुनपुन नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तमाम अधिकारी, पदाधिकारी, स्थानीय जन प्रतिनिधि, पुलिस सहित ग्रामीणों की कोशिशें जारी है कि किसी तरह पुनपुन नदी के जल धारा को सुरक्षा बांध को तोड़ने से रोके रखा जाए। सकरैचा के बंगला पर एक जगह से सुरक्षा बांध में रिसाव से अब सरक्षा बांध टूटने का खतरा बढ़ गया है। इससे इलाके में प्रशासनिक महकमे को पूरी तरह हाई अलर्ट पर रखा गया है। सिंचाई विभाग जल संसाधन विभाग सहित जिला प्रशासन बौराई पुनपुन नदी पर नजरें जमाये हुए हैं। पहले से ही राजधानीवासी जल प्रलय की विभीषिका झेल रहे हैं। जल जमाव से निजात अभी मिली भी नहीं है कि अब पुनपुन के सुरक्षा बांध टूटने की आहट से राजधानी के लोगों की परेशानियां बढ़ने वाली है। सकरैचा मुखिया संतोष कुमार अपने समर्थकों के साथ दिन-रात रिंग बांध के मरम्मत कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
फुलवारी सीओ कुंदन लाल ने बताया कि पुनपुन नदी का पानी अधिकांश रिंग बांध की मरम्मति के बावजूद ओवर फ्लो होकर बह रहा है। पानी का दबाव इतना अधिक है कि बालू के बोरे डालकर रिंग बांध की मरम्मत का काम कारगर नहीं हो पा रहा है। धनकी, महवानो, सलारपुर, महुआबाग सहित आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और लोगों को फौरी राहत दी जा रही है। बांध पर शिविर लगाकर लोगों को राहत के साथ ही स्वास्थ्य जांच और दवा भी दी जा रही है। उधर संपतचक इलाके में पुनपुन की उफनाई जल धारा ने तारणपुर, कंडाप समेत आसपास के बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों के लिए राहत और भोजन की वयवस्था का जायजा लेने राजद विधायक डॉ. रामानंद यादव पहुंचे। विधायक ने बांध का घूम घूम कर जायजा लिया।

About Post Author

You may have missed