अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होने जा रहा पटना का तारामंडल, सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद बोले मंत्री सुमित कुमार सिंह

पटना।  राजधानी पटना के बेली रोड पर अवस्थित तारामंडल नवीनीकरण के बाद नए तकनीकों से लैस होने जा रहा है। इसको लेकर शुक्रवार को सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है। जिसके के तहत तारामंडल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा।

बिहार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि विभाग अत्याधुनिक तकनीकों से पूरी तरह से लैस हो रहा है। यह बिहार के विकास में अग्रणी भूमिका निभाएगा। इसी कड़ी में तारामंडल के नवीनीकरण का कार्य शुरू हो रहा है।

इंदिरा गांधी विज्ञान परिसर तारामंडल पटना के वर्तमान opto mechanical projection system एवं डोम स्क्रीन के स्थान पर अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित 3डी 2 डी आरजीबी लेजर प्रोजेक्शन और चेन सस्पेंडेड डोमस्क्रीन और आॅप्टिकल टेलीस्कोप के अधिष्ठापन के लिए 36 करोड़ 13 लाख 20 हजार की लागत से आवश्यक सिविल एलिट्रिकल एवं उन्नयन कार्य का कार्यान्वयन।

नेशनल काउंसिल आफ साइंस म्यूजियम के माध्यम से ट्रन की बेसिस पर 2 वर्षो में पूरा करने के लिए बिहार काउंसिल आॅन साइंस एंड टेक्नोलॉजी पटना एवं नेशनल काउंसिल आफ साइंस म्यूजियम कोलकाता के बीच शुक्रवार को बिहार सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह की गरिमामय उपस्थिति में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया गया।

समिति पत्र में निर्धारित शर्तों के अनुसार स्वीकृत राशि 36 करोड़ 13 लाख 20 हजार का 15 प्रतिशत 5.41 करोड़ की राशि जारी कर दी गई है। नेशनल काउंसिल आफ साइंस म्यूजियम कोलकाता भारत सरकार सांस्कृतिक मंत्रालय के तहत मंत्रालय के तहत स्वशासी संस्था है। जिसके माध्यम से देश के विभिन्न स्थानों पर साइंस सेंटर, साइंस सिटी,इन्नोवेशन हब का निर्माण और विकास किया जाता है।

बिहार काउंसिल आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पटना की ओर से डॉ. अनंत कुमार, परियोजना निदेशक एवं नेशनल काउंसिल आफ साइंस म्यूजियम कोलकाता की ओर से सुरेंद्र कुमार निदेशक मुख्यालय ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस अवसर पर सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग लोकेश कुमार सिंह निदेशक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग संजीव कुमार व बीसीडी के कर्मचारी भी उपस्थित थे।

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