PATNA : हत्या, लूट व अन्य मामलों में संलिप्त कुख्यात अपराधी बेलची समेत 6 अपराधी गिरफ्तार, 7 महीने से तलाश में थी पुलिस, 3 देशी कट्‌टा सहित 5 जिंदा कारतूस वरामद

पटना। बेलची गैंग के कुख्यात अपराधी रंजीत कुमार को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वही यह पुलिस के हाथ अकेले यही नहीं लगा, बल्कि इसके 6 साथी अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पिछले 7 महीने से कुख्यात बेलची को पुलिस को तलाश थी। कुल 4 आपराधिक वारदातों में पुलिस इसे खोज रही थी। बता दे की पटना सिटी में चौक थाना के तहत तेल कारोबारी प्रमोद बागला के हुए हत्या में ये शामिल था। अपराधियों के इसी गैंग ने साल 2019 में धनतेरस की रात अगमकुआं थाना के भागवत नगर ज्वेलरी शॉप में डकैती के क्रम में दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। चौक थाना इलाके में ही दही भल्ला बेचने वाले युवक को इसने पैर में गोली मार दी थी। वही इसके अलावा भी एक जगह पर इसने गोली चलाई थी। वही कुख्यात रंजीत मूल रूप से पटना सिटी के ही मालसलामी थाना के तहत मारूफगंज का रहने वाला है। पटना सिटी में इसी ने एक और ज्वेलरी शॉप के मालिक की हत्या की थी। वही कई मामलों में ये गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। वही पुनः वहां से छुटने के बाद फिर से आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में जुट गया।
22 अक्टूबर को लूटा था मोबिल लदा पीकअप वैन
वही अपराधियों के पकड़े जाने और इनके खिलाफ की गई कार्रवाई की शनिवार को पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पूरी जानकारी दी। वही उन्होंने बताया कि 22 अक्ब्टूबर को अपराधियों के एक गैंग ने जानीपुर थाना के तहत लाखों रुपए के मोबिल से लदे एक पीकअप वैन को ही लूट लिया था। इस कांड के बाद जांच के क्रम में लूटे गए पीकअप वैन को पुलिस ने सोनपुर थाना इलाके से बरामद कर लिया था। लेकिन वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों के बारे में पुलिस को पता नहीं चल पाया। बावजूद इसके पुलिस की टीम अपराधियों की पहचान में जुटी थी।
दो महीने से पुलिस कर रही थी फॉलो
वही पटना SSP ने बताया की अपराधियों की पहचान होने के बाद पुलिस की टीम पिछले 2 महीने से इन्हें फॉलो कर रही थी। इनके नंबर को भी सर्विलांस पर रखा गया था। अपराधी बेलची कुख्यात होने के साथ ही बेहद शातिर भी है। पुलिस से बचने के लिए इसने गजब का तरीका निकाल रखा था। इसने किराए पर 2 घर ले रखे थे। एक दीघा के रामजीचक में और दूसरा राजीव नगर में। लूट के सामान के साथ ही हथियार भी यहीं रख रहा था। इसका तरीका ये था कि अगर पुलिस ने एक ठिकाने पर दबिश बनाने की कोशिश की तो ये तुरंत अपने दूसरे ठिकाने पर शिफ्ट हो जाएगा। किराए के घर से रहकर ही ये अपराधी अपने गैंग के साथ मिलकर राजधानी और आसपास के इलाकों में लूटपाट और हत्या की वारदातों को अंजाम दिया करता था। गैंग में हथियार की संख्या बढ़ाने पर भी जुटा हुआ था। दरअसल दीघा थाना की पुलिस को पता चला था कि कुछ अपराधी रामजीचक में देखे गए हैं। जो किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके बाद ही सादे लिबाश में थानेदार राजकुमार पांडेय और उनकी टीम ने घेर कर पहले 2 अपराधियों को पकड़ा। इसमें कुख्यात रंजीत उर्फ बेलची और उसका साथी बबलू कुमार शामिल थे। फिर इनसे पूछताछ हुई। तब जानीपुर में हुए मोबिल लूट कांड सहित सारी वारदातों के बारे में बताया। इसके बाद अपने साथियों की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस की टीम ने आमिर सोहर उर्फ सोनू, सन्नी सिंह, विकास कुमार, आंशिक कुमार और बिपिन कुमार पकड़ा। इन अपराधियों के पास से एक देशी पिस्टल, 3 देशी कट्‌टा, 5 गोली, 2 खोखा, लूटा गया 23 कार्टन मोबिल और एक मोबाइल बरामद किया गया है।

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