पप्पू यादव को कांग्रेस ने नहीं दी नामांकन की इजाजत, पार्टी उनका नहीं बल्कि गठबंधन का प्रचार करेंगी : अखिलेश सिंह

  • पटना पहुंचते ही पप्पू पर भड़के प्रदेश अध्यक्ष, बोले- जो सीटें हमें मिली, हम केवल वही चुनाव लड़ेंगे

पटना। लोकसभा चुनाव को लेकर दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का गुरुवार को अंतिम दिन था। ऐसे में पिछले दिनों कांग्रेस में अपनी पार्टी (जाप) का विलय करने वाले पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। जबकि, गठबंधन के तहत सीट बंटवारे के फार्मूले के तहत यह सीट राजद के खाते में हैं और वहां से पार्टी ने बीमा भारती को अपना कैंडिडेट बनाया है। इसके बावजूद पप्पू यादव ने गुरुवार को दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन अपना नामांकन कर दिया। ऐसे में अब इस पूरे मामले में बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने अपनी सफाई दी है और कहा कि पार्टी ने पप्पू यादव को नामांकन की इजाजत नहीं दी है। पटना एअरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिलेश सिंह ने कहा कि जब सीट बंटवारे का फार्मूला पार्टी आलाकामान ने तय कर दिया है। औरंगाबाद से निखिल कुमार उम्मीदवार थे, लेकिन उन्होंने नामांकन नहीं किया। ऐसे में जो सीट कांग्रेस को मिली है, उसके बाहर नामांकन करने की इजाजत किसी को नहीं है। इससे अधिक इस मामले में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
बीमा भारती ही गठबंधन की साझा प्रत्याशी, एक-एक वर्कर उनके लिए प्रचार करेगा : राजेश राठौर
वहीं, बिहार कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने पप्पू यादव के पूर्णिया से नामांकन को लेकर कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नहीं हैं। कांग्रेस के कोटे में जो 9 सीटें आई हैं, उसमें पूर्णिया शामिल नहीं है। बीमा भारती ही इंडिया गठबंधन की साझा प्रत्याशी हैं, इसलिए कांग्रेस पार्टी का एक-एक वर्कर बीमा भारती को जिताएगा। इसके साथ ही पप्पू यादव बुलेट चलाकर नॉमिनेशन के लिए पहुंचे और वहां उन्होंने कहा कि मैं परेशान जरूर हुआ हूं, मगर हिम्मत बरकरार है। कांग्रेस परिवार मेरे साथ है और मैं कांग्रेस के साथ खड़ा रहूंगा। देश और पूर्णिया की जनता के लिए मैं चुनाव लड़ रहा हूं। जनता के आशीर्वाद से मेरी जीत होगी। विगत 20 मार्च को अपनी पार्टी जाप का कांग्रेस में विलय कर पप्पू यादव ने सभी को चौंकाया था। विलय के बाद से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही पूर्णिया लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में जाएगी। जिसके बाद पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस में अपनी दावेदारी पेश कर दी। लेकिन सीट बंटवारे के फार्मूले के तहत यह सीट राजद के खाते में चली गई और यहां से लालू प्रसाद ने जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुई विधायक बीमा भारती को अपना उम्मीदवार बना दिया।

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