खबरें बाढ़ की : सड़क झील में तब्दील, मनाया डॉक्टर्स डे, उदयपुर हत्याकांड पर मुसलमान बोले

बारिश से उमानाथ की सड़क झील में तब्दील, कई गलियों में भी भरा पानी
बाढ़। शुक्रवार की शाम के समय अत्यधिक बारिश होने से उमानाथ के पास वाली सड़क पर घुटने भर पानी जमा हो गया, जिससे आने जाने वाले लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। बता दें दिनभर भीषण गर्मी के बाद शाम के समय मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के बाद जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़क पर झील जैसा नजारा बन गया। लोग पानी में घुसकर ही आने-जाने को मजबूर हैं। बताते चले उमानाथ मंदिर के पास की सड़क में नाले का निर्माण नहीं हो पाया है, जिसके कारण जब भी बारिश होती है जलजमाव की समस्या बन जाती है। वहीं बारिश होने से बाढ़ के अन्य कई गलियों में भी पानी जमा हो गया है, जिसमें गंदे नाले का पानी मिल जाने के कारण आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने मनाया डॉक्टर्स डे


बाढ़। मनुष्य के जीवन में एक डॉक्टर की भूमिका को बताने की आवश्यकता नहीं है। हमारी संस्कृति में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है और भगवान के महत्व को दर्शाने के लिए हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है। कार्यक्रम का उद्घाटन बाढ़ के डॉ. बीपी सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस कार्यक्रम में डॉ. नरेश प्रसाद सिंह, डॉ. अरुण शर्मा, डॉ. सियाराम, डॉ. अंजेश, डॉ. अरविंद, डॉ. सामंत, डॉ. ज्योत्स्ना, डॉ. अंकित एवं अन्य उपस्थित थे। ब्रम्हाकुमारीज मेडिकल विंग की एक्टिविटी के बारे में बीके विपिन ने विस्तार से अवगत कराया और मेडिटेशन के द्वारा शांति की अनुभूति राजयोगिनी ज्योति दीदी जी ने कराया।

उदयपुर हत्याकांड को लेकर मुसलमानों ने हत्यारों को फांसी देने की मांग की
बाढ़। शुक्रवार के दिन जुम्मे की नमाज के वक्त जमा हुए मुस्लिमों ने मीडिया के समक्ष उदयपुर में हुए कन्हैया लाल की निर्मम हत्या करने वाले हत्यारों के खिलाफ बाढ़ के मुसलमानों ने अपना विचार व्यक्त किया है। मुसलमानों ने कहा कि इस्लाम धर्म कभी भी इस तरह का जुर्म करने की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने मोहम्मद गौस और रियाज के इस कुकृत्य के बारे में कहा कि इस तरह के जघन्य और इंसानियत के धर्म को शर्मसार करने वाले अपराध निंदनीय ही नहीं, बल्कि दंडनीय है। इस तरह के वारदात को अंजाम देने वाले हत्यारों को फास्ट ट्रैक के तहत जल्द से जल्द फांसी देनी चाहिए। मोहम्मद शाहीद ने कहा कि नवी की शान में गुस्ताखी करने वाले ऐसे मानसिकता के लोग सच्चा मुसलमान नहीं हो सकता। उसे कम से कम फांसी की सजा होनी चाहिए। नमाज के वक्त सैंकड़ों की संख्या में मुसलमान भाई उपस्थित थे।

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