खबरें बाढ़ की : बिहार बंद रहा बेअसर, भीषण गर्मी से मिली राहत, वृद्ध महिला की मौत

बाढ़ में बिहार बंद रहा बेअसर, प्रशासन की चेतावनी से डरे छात्र संगठन और फिटनेस संचालक
बाढ़। अग्निपथ योजना को लेकर मचे बवाल के बाद बाढ़ अनुमंडल में ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही थी कि छात्र और राजनीतिक संगठन के द्वारा व्यापक तरीके से बंदी का असर देखने को मिलेगा, लेकिन यहां शनिवार को कुछ उल्टा ही देखने को मिला। पुलिस को आशंका थी कि कोचिंग संस्थानों और फिटनेस क्लब संचालकों के द्वारा भीतर ही भीतर बंद को व्यापक असरदार बनाने की तैयारी चल रही है, लिहाजा बाढ़ थानाध्यक्ष राजनंदन ने शुक्रवार की देर रात तक घूम घूम कर छात्र संगठन और फिटनेस संचालकों को सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दे दी थी, जिसका असर हुआ कि शनिवार के दिन सुबह 6 बजे सभी संगठन के छात्र नेता और कोचिंग संचालक बाढ़ थाना में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए बंद में शामिल नहीं होने का संदेश दे दिया। जिसके कारण छात्र संगठनों के सड़क पर नहीं उतरने से राजनीतिक संगठनों ने भी जुलूस निकालने की हिम्मत नहीं जुटाई।


हालांकि बाढ़ रेलवे स्टेशन के पास बख्तियारपुर और मेकड़ा कन्हाईपुर गांव के कुछ छात्र और असामाजिक तत्व के लोगों ने बाढ़ स्टेशन के पश्चिमी छोर पर उत्पात मचाया। रेल ट्रैक पर लोहे का बड़ा-बड़ा टूटा हुआ रेल लाइन उठा कर रख दिया, जिसके चलते एक मालगाड़ी हादसा ग्रस्त होने से बच गई, वहीं पुलिस ने असामाजिक तत्व के लोगों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए खदेड़ दिया और कुछ पकड़े गए बदमाशों की जमकर पिटाई की। जिसके बाद दहशत का माहौल बन गया और हुड़दंग की मंशा पाले लोग स्टेशन एरिया खाली कर दिए। सुबह से ही बाढ़ में भारी पुलिस की तैनाती की गई थी। कई थाने की पुलिस का नेतृत्व एसडीओ कुंदन कुमार कर रहे थे। जबकि असिस्टेंट एसडीओ राजेश कुमार, एएसपी अरविंद प्रताप सिंह, डीसीएलआर अनिल कुमार आर्य, प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. नवकंज कुमार सहित तमाम पदाधिकारी बाढ़ के विभिन्न सड़कों पर गश्ती करते नजर आए।

भीषण गर्मी से मिली राहत, झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहाना
बाढ़। भीषण गर्मी के बाद शनिवार की शाम तेज धूल भरी आंधी और गर्जन के साथ तेज बारिश होनी शुरू हो गई, जिससे मौसम बिल्कुल सुहाना हो गया। वहीं मानसून की पहली बारिश ने नगर परिषद के जलजमाव का पोल खोल दिया। बाढ़ स्टेशन रोड इलाके में भारी जल जमाव की स्थिति पैदा हो गई। सड़क पर गंदे नाले का पानी आ जाने से लोगों को पैदल चलने में परेशानी का साकमना करना पड़ रहा है। नगर परिषद ने हाल के दिनों में मानसून से पहले नाली उड़ाही का दावा करते हुए इस साल जलजमाव की स्थिति नहीं होने की बात कही थी लेकिन पहली बारिश ने ही नगर परिषद के सारे दावों पर पानी फेर दिया।

ट्रेन से कटकर वृद्ध महिला की मौत
बाढ़। रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर पर बूढ़ाउद्दीन चक गांव के पास रेलवे पटरी पार करने के दौरान 75 वर्षीय फुलमनी देवी की दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि महिला किराए के मकान में रहती थी और थोड़ा कम सुनती थी, जिसके कारण रेलवे पटरी पार करने के दौरान ट्रेन की आवाज उसे सुनाई नहीं दी और ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर रेल थाना की पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद लाश परिजनों को सौंप दिया है।

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