यूक्रेन से गया पहुंची महिला ने दुनिया को दिया विश्वशांति का संदेश, युद्ध में मारे गए लोगों का किया पिंडदान

गया। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान मारे गए अपने माता-पिता एवं अन्य लोगों की आत्मा के शांति के लिए यूलिया जीटो ने गया जी धाम में पिंडदान किया। आचार्य लोकनाथ गौड़ ने पूरी विधि विधान से कर्मकांड संपन्न कराया। यूलिया पेशे से साइकोलॉजिस्ट हैं और यूक्रेन में रहकर चीन और दूसरे देशों के लिए काम कर रही हैं। वह बताती हैं कि युद्ध के दौरान उनके माता-पिता सहित परिवार के कई सदस्य मारे गए हैं। यूक्रेन में पूरी तरह अशांति फैली हुई है। युद्ध अभी भी जारी है। युद्ध बंद कर शांति बहाल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह गया जी में यूक्रेन के लोगों के अलावा रूस देश में भी मारे गए सभी लोगों की आत्मा के शांति के लिए पिंडदान संपन्न कर रही हैं। यूलिया जीटो ने कहा कि विश्व में अगर कहीं मोक्ष भूमि है तो गया जी है। उन्होंने कहा कि वह दूसरी बार गया जी में पिंडदान के लिए आई हैं। पहली बार भी उन्हें यहां काफी शांति महसूस हुई थी। यूक्रेन निवासी यूलिया जीटो 13 अक्टूबर तक कर्मकांड करेंगी। आचार्य लोकनाथ गौड ने कहा कि पहले दिन का पिंडदान फल्गु तट पर किया गया है। दूसरे दिन का पिंडदान प्रेतशिला रामशिला एवं कागबली वेदी पर होगा। रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध में शांति को लेकर यूलिया जीटो ने विष्णुपद स्थित भगवान श्री हरि विष्णु के चरण चिन्ह की पूजा की। पूजा के दौरान दोनों देश में शांति को लेकर भगवान श्री हरि के समक्ष प्रार्थना की।

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