मुख्यमंत्री ने जदयू के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ की बैठक, सभी को दिए अहम टास्क

  • सीएम नीतीश बोले, हमें बिहार में 40 में से 40 सीट जीतना है, इसके लिए सब कोई काम कीजिए

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। उसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने शनिवार को पार्टी के मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक की। सीएम आवास पर हुए इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद रहे। जातीय गणना के आंकड़े सामने आने के बाद इस बैठक को अहम माना जा रहा है। सुबह दस बजे से ही मुख्यमंत्री निवास पर मुस्लिम नेताओं की भीड़ जुट गई थी। इस दौरान जदयू से जुड़े मुस्लिम नेताओं ने जातीय गणना के आंकड़े जारी करने को लेकर नीतीश कुमार की उपलब्धि बताई। वही अंदर से मिली जानकारी के अनुसार यह बात सामने आई की बैठक में मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक नेताओं को टास्क देते हुए कहा है कि सभी लोग मिलजुल कम करें और सरकार की योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का काम करें। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन को बिहार में मजबूत करना है और आने वाले चुनाव में हम लोगों को मिलकर 40 में से 40 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करना है इसके लिए अभी से सब लोग मिलकर काम करना शुरू करें।
नीतीश कुमार के साथ हम हैं और आगे भी रहेंगे
बैठक के बाद छपरा से आए जेडीयू नेता मोहम्मद फैजाल आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यकों के लिए बनाई योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही कहा कि आनेवाले दिनों में उनके पास अल्पसंख्यकों के लिए बहुत बड़ा एजेंडा है। सीएम ने किसी के बहकावे में ना आकर उनका साथ देने की बात कही है। बैठक के बाद सभी अल्पसंख्यक नेता-कार्यकर्ता बहुत खुश नजर आए। उनका कहना है कि नीतीश कुमार के साथ हम हैं और आगे भी रहेंगे। लोकसभा चुनाव में 40 की 40 सीट जीताने का काम करेंगे और 2024 में मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री बनाना है।
केंद्र के विरोध के बाद भी करवाई जातीय गणना
वही समस्तीपुर से आए बिहार प्रदेश जदयू के राजनीतिक सलाहकार मोहम्मद शकील ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा कि केंद्र सरकार के विरोध के बावजूद जातीय गणना करवाई। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट तक चली गई। बैठक में मुसलमानों की आबादी और उनकी भागीदारी को देखते हुए किस तरीके से मुसलमान का उत्थान हो और वह आगे बढ़े। इसके लिए सारी बातें हुईं। जो वंचित हैं और समाज में दबे कुचले हैं तो उनको भी आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।
सीएम के नेतृत्व में बिहार के लोगों को गोलबंद होना होगा
औरंगाबाद से आए जिलाध्यक्ष मुमताज अहमद ने कहा कि देश में भाईचारा को आरएसएस द्वारा खत्म किया जा रहा है। उनका मकसद है संविधान को खत्म करना और कानून के तहत हमें जो मान-सम्मान मिलता है, उसको समाप्त करना। इसके खिलाफ नीतीश कुमार के नेतृत्व के पूरे बिहार वासियों को गोलबंद होना है। हम घर-घर तक जाकर इस बात को पहुंचाएंगे कि सांप्रदायिक शक्तियों को समाप्त करना है। इसके लिए इंडिया गठबंधन को एक-एक मत देकर 40 में 40 सीट जीताकर हम यहां से भेजें, ताकि दिल्ली की गाड़ी पर सामाजिक न्याय का झंडा बुलंद हो। समस्तीपुर जिला मुख्य प्रभारी रिजवान ने कहा कि बिहार के कोने-कोने से अल्पसंख्यक मीटिंग में पहुंचे थे। इसमें मुख्यमंत्री ने कहा किया है कि भाजपा की बी टीम जो बिहार में इंडिया एलायंस के वोट को काटने का काम करेगी, उसे असफल करना है। हम लोग पूरे बिहार में भाजपा के वोटकटवा बी टीम को वोट को काटने से रोकने का काम करेंगे। बता दे की 2020 विधानसभा चुनाव में जदयू का एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीत पाया था। बाद में बसपा के एकमात्र विधायक जमा खान को नीतीश कुमार ने जदयू में शामिल करा लिया और मंत्री बना दिया। जमा खान अभी अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं। बैठक में जमा खान भी मौजूद रहे। पार्टी के मुस्लिम नेताओं के साथ मुख्यमंत्री उस समय बैठक की है, जब हाल ही में जातीय गणना की रिपोर्ट जारी हुई है। जिसमें मुस्लिम की कुल आबादी 17।7 फीसदी दिखाई गई है। वही जातीय गणना में पहली बार मुस्लिम के अगड़ी, पिछड़ी और अत्यंत पिछड़ी जातियों की गणना की गई है।
मुख्यमंत्री ने मुस्लिम नेताओं को दिया टास्क
बिहार में सीमांचल के अलावे मुस्लिम आबादी कई सीटों पर हार जीत का फैसला करती है। ऐसे में 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर नीतीश कुमार लगातार तैयारी कर रहे हैं। मुस्लिम नेताओं को मुख्यमंत्री ने टास्क भी दिया है। सरकार की तरफ से जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जनता तक सही ढंग से उसे पहुंचने और उन्हें जानकारी देने का निर्देश दिया है। इसके साथ मुख्यमंत्री ने एआईएमआईएम से सचेत रहने का भी निर्देश दिया है। हाल ही में जदयू की तरफ से भाईचारा यात्रा निकाली गयी थी, जिसमें नीतीश सरकार की ओर से मुसलमानों के लिए किए गए कार्यों की चर्चा की गई थी।

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