शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन स्पीकर के पास मांझी का धरना, सीएम के खिलाफ विपक्ष ने की नारेबाजी

पटना। बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां और आखिरी दिन है। आखिरी दिन भी हंगामा हो रहा है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के विधायक वेल में आ गए। और हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच प्रश्नकाल चल रहा है। बीजेपी के सभी विधायक वेल में हैं। नारेबाजी कर रहे हैं। इसके बाद भी सरकार के मंत्री सवालों का जवाब दे रहे हैं। इधर विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर नीतीश कुमार के खिलाफ पूर्व सीएम जीतनराम मांझी धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ नेता-प्रतिपक्ष विजय सिन्हा समेत बीजेपी के कई विधायक भी धरने पर बैठे हैं। मुख्यमंत्री के बयान को बीजेपी ने दलितों का अपमान बताया है। विपक्ष मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग कर रहा है। वहीं कार्यवाही शुरू होने से पहले दोनों ओर के विधायकों ने प्रदर्शन किया। सत्ता पक्ष के विधायक पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। नरेंद्र मोदी को बीवी छोड़ने वाले बताया। नरेंद्र मोदी शर्म करो के नारे लगाए गए। नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे लेकिन विधानसभा के गेट से एंट्री करने की बजाए वो विधान परिषद के गेट के रास्ते एक बार फिर से विधानसभा में गए हैं। शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में अभी तक हर दिन प्रश्नकाल बाधित रहा है। बीजेपी के विधायकों के प्रदर्शन के कारण एक भी दिन प्रश्नकाल सही से संचालित नहीं हुआ है। इधर, प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष समेत पार्टी के कई बड़े नेता गुरुवार देर शाम जीतन राम मांझी के आवास पहुंचे। वहां उनलोगों ने मांझी से मुलाकात की। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार बीजेपी पूरी तरह से पूर्व मुख्यमंत्री के साथ है। सम्राट ने कहा कि जिस तरह से नीतीश बाबू ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और दलित नेता जीतन राम मांझी को बिहार विधानसभा में अपमानित करने का काम किया। वह अत्यंत ही अशोभनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने घमंड के आगे बिहार की महिला, दलित, पिछड़ा सभी समुदाय का अपमान करते रहे हैं। सम्राट के साथ शाहनवाज हुसैन भी मांझी के आवास पहुंचे थे। वहीं, शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विधानसभा में 100 से ज्यादा गैर सरकारी संकल्प लिया जाना है। इसके साथ ही प्रश्नकाल में स्वास्थ्य, ऊर्जा, विधि और योजना व विकास विभाग से प्रश्न पूछे जाने हैं।

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